सुबह रायपुर से निकली उनकी अंतिम यात्रा गौरेला पहुंचते पहुंचते हो गई रात ।
प्रदेश भर के दिग्गजों के साथ पूरा गौरेला मरवाही पेण्ड्रा उमड़ा ।
दबंग न्यूज लाईव
रविवार 31.05.2020
बिपत सारथी
गौपेम – 29 मई को प्रदेश से उसका सबसे लोकप्रिय नेता चले गया और ऐसी जगह चले गया जहां से कोई वापस आ ही नहीं सकता । 29 मई को जब ये खबर डाक्टरों ने दी पूरा प्रदेश सदमें में आ गया था । उसके बाद से उन्हें गौरेला ले जाने की तैयारियां होने लगी थी ।
30 मई की सुबह रायपुर से उनकी अंतिम यात्रा गौरेला से रवाना हुई इस बीच पुरे रास्ते लोगों ने अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन किए पुष्पों की बरसात की । गौरेला में शाम पांच बजे तक पहुंचने का समय निर्धारित किया गया था लेकिन रास्ते में जुटती भीड़ और गाड़ियों के काफिले ने समय बढ़ा दिया ।
रात साढ़े आठ बजे के लगभग स्व अजीत जोगी का ईसाई रिति रिवाज के साथ गौरेला के प्रभु वाटिका में अंतिम संस्कार हुआ और इसके साथ ही प्रदेश का एक सितारा पंचतत्व में विलिन हो गया ।
उनके अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा लोग जोगी जी के लिए रो पड़े उनके निवास स्थान जोगी निवास गौरेला में जहां लाखों लोग जिनमें प्रदेश के दिग्गजों के साथ ही आसपास के उनके चाहने वाले उनके पार्टी के कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन के लिए एकत्रित हुए थे ।
स्व जोगी जी के अंतिम दर्शन के लिए लोग सुबह से ही अपने घर की छत बालकनी में चढ़कर आरती की थाल और फूल मालाएं लेकर इंतजार करते रहे । स्व अजीत जोगी जब अंतिम बार गौरेला पहुंचे तो पूरा लाखों की भीड़ के बाद भी सब तरफ सन्नाटा पसर गया था । उन्हें उनके निवास पर रखा गया जहां प्रदेश भर से पहुंचे लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए ।
उसके बाद उनकी अंतिम यात्रा प्रभु वाटिका कब्रिस्तान के लिए ताबूत में रखकर ले जाया गया और ईसाई धर्म के रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया । आज गौरेला में शोक सभा का आयोजन भी किया जाएगा ।