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काले कोयले के खेल में सब हो रहे लाल ।

लोडिंग के खेल में सबका हिस्सा बराबर बराबर ।
मोटर मालिकों का आरोप देना होता है हर ट्रिप बड़ी रकम ।
जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक सब हो रहे लाल ।

दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 23.06.2020

कोरिया – कोयला के काले खेल में अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि सभी लाल हो रहे हैं क्योंकि कोयला लोडिंग के खेल में अवैध रूप से बड़ी वसूली चल रही है । ये वसूली हर ट्रिप के पिछे तीन से चार हजार रूपए होती है ।

चिरिमिरी रोड सेल इस अवेैध उगाही को लेकर एक बार फिर से सुर्खियों में है। मोटर मालिको का आरोप है कि कालरी के अधिकारियों से लेकर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को मैनेज करने के नाम पर प्रतिदिन एक मोटी राशि की वसूली की जा रही है।

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक दीपक पटेल ने उपरोक्त मामले में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। ये पहला मौका नहीं है जब अवैध वसूली को लेकर चिरिमिरी रोड सेल सुर्खियों में आया है ऐसी अवैध वसूली के लिए ये हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है।

ताजा मामले में वाहन मालिकों ने बताया कि वर्तमान में लोडिंग करने, कालरी के अधिकारी, प्रशासन व जनप्रतिनिधयों को मैनेज करने के नाम पर प्रति ट्रक 3000से लेकर 3500 तक कि वसूली की जा रही है। यह राशि किन लोगों को दी जा रही है इस बारे में उन्होंने कुछ नही बताया जाता।

इस बात की पुष्टि करते हुए ट्रक ड्राइवर ने बताया कि हर बार उनसे कोयला लोडिंग के लिए प्रति ट्रक 3000 से लेकर 3500 तक की राशि वसूली जाती है। यह राशि ट्रांसपोर्टरों के माध्यम से वसूल की जाती है। यदि वे इस राशि को देने से इनकार करते है तो उन्हें टोकन नही मिलता जिसके कारण उनकी गाड़ी लोड नही हो पाती।


इस पूरे मामले में चर्चा करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व विधायक दीपक पटेल ने कहा कि चिरिमिरी रोड सेल शुरू से ही भ्रष्टाचार का अड्डा है। पहले यहां कालरी के अधिकारियों, प्रशासन व जनप्रतिनिधयों को मैनेज करने के नाम पर प्रति टन 10 रू की वसूली की जाती थी जो अब बढ़कर प्रति टन 65 रू.हो गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूरे मामले की विस्तार से शिकायत की है तथा इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।उपरोक्त मामले में कालपी का पक्ष जानने के लिए चिरमिरी कालपी के उप क्षेत्रीय प्रबंधक व पुलिस का पक्ष जानना चाहा, लेकिन इन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से साफ साफ इनकार कर दिया।

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