करगी रोडकोरबापेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीरायपुर

चार साल से जो अधिकारी सड़क नहीं बना सके अब व्हाटसएप ग्रुप से 2 माह में बनाने का दावा ।

सड़क बनाने की अनोखी विधि खोज ली अधिकारियों ने ।
अब हर दिन गु्रप में ही हो रहा सड़क निर्माण ।

 

दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 13.03.2020

करगीरोड कोटा – रतनपुर से लोरमी तक बनने वाली 54 किमी की सड़क जिसकी लागत करोड़ों में है को पिछले चार साल से एडीबी और उसके ठेकेदार नहीं बना पा रहे है । कोटा शहर के अंदर के अलावा धरमपुरा के पास से गुप्ता ढाबा तक रोड एकदम खराब है । धरमपुरा से लेकर सोनवानी तालाब तक रास्ता एक साईड ही बना है उसमें भी अमाली मोड़ के पास की स्थिति काफी खराब है । यहां कई एक्सिडेंट हो चुके हैं लेकिन ना तो एडीबी के अधिकारियों को इसकी परवाह है ना ही ठेकेदार को और ना ही यहां के जनप्रतिनिधियों को ।


लेकिन चार साल बाद कोटा के अधिकारी खासकर एसडीएम और तहसीलदार जागे । और बिते चार तारीख कोे एडीबी के अधिकारियों के साथ ठेकेदार और गांव के लोगों की बैठक रख कर मामले को सुलझाने और सड़क निर्माण में तेजी लाने का प्रयास किया गया । मजे की बात ये है कि एसडीएम तहसीलदार ने एक व्हाटसप ग्रुप बना दिया है जिसमें एडीबी के अधिकारियों के साथ ठेकेदार कुछ अधिकारी , कुछ नगर के लोगो और राजनैतिक पार्टियों के कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों को जोड़ दिया गया है । अधिकारियों ने कहा है कि यदि किसी भी प्रकार की समस्या आती है , लापरवाही दिखती है तो व्हाटसएप गुप में मैसेज करके जानकारी दें ।


याने जो काम चार साल से नहीं हो पा रहा था और जिस काम पर चार साल से काई संज्ञान ही नहीं लिया गया उसे पूरा करने के लिए अब दो माह का समय मांगा गया है और शायद व्हाटसएप से एडीबी की सड़क अब बन जाए ।

इस व्हाटसएप ग्रुप पर रह रह कर अधिकारियों के कन्वर्सेशन होते रहते हैं । इस गु्रप का एक कन्वर्सेशन देखिए जिसमें नौ तारीख को तहसीलदार प्रमोद गुप्ता एडीबी के इंजिनियर से पूछते हैं कि क्या नाली का काम शुरू हो गया तो इंजिनियर साहब जवाब देते हैं कि ठेकेदार के लेबर नहीं आए तो मैं क्या करूं । तहसीलदार महोदय गुस्से में बोलते हैं कि ठेकेदार के हिसाब से काम होगा क्या । इसके बाद एक नेताजी हाथ जोड़कर समर्थन करते हैं । आज तहसीलदार साहब फिर पूछते हैं कि काम चालू हुआ क्या इंजिनियर साहब कहते हैं लेबर नहीं आए हैं होली के चार पांच दिन बाद तक नहीं आते । इसके बाद तहसीलदार साहब कई मैसेज करते हैं इस बीच जनप्रतिनिधियों के भी मैसेज आते हैं , एसडीएम साहब भी मैसेज करते हैं लेकिन इसके बाद इंजिनियर साहब कोई मैसेज नहीं करते । अमूमन ग्रुप बनने के बाद सभी दिन के कन्वर्सेशन ऐसे ही होते हैं ।


याने अब नगर के लोगों को ये उम्मीद रखनी चाहिए कि ग्रुप ग्रुप में ही सब जानकारी होगी , काम होंगे और दो माह के अंदर इस ग्रुप में कोई कहीं की चमचमाती सड़क की फोटो डाल दे कि निर्माण पूरा हो गया है और सभी गु्रप वाले उस बात को मान लें । वैसे भी चार तारीख के बाद तेरह तारीख हो गई याने दस दिन तो निकल गए दस कदम काम भी हुआ नहीं है । देखते जाईए इस गुुप मेकिंग सड़क का क्या हाल होता है । वैसे भगवान करे ये काम जल्द ही पूरा हो जाए तो लोगों को राहत मिले ।

Related Articles

Back to top button