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बेलगहना में सारी रात भटकते रहे मल्हार के मजदूर ।

खाने की छोड़िये पीने का पानी भी नही ।
मजदूरों के ऐसे घूमने से गांव में दहशत ।

विकासखंडो के अधिकारियों में समन्वय ना होने से बिगड़ रही स्थिति ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 14.06.2020

बेलगहना- जिले में प्रवासी मजदूरों के भारी संख्या में आने से अब हालात बिगड़ने लगे हैं । सबसे ज्यादा मजदूर मस्तुरी विकासखंड में आ रहे हैं । मस्तुरी में प्रशासन ने जितने क्वांरटाईन सेंटर बनाए थे सभी पैक हो चुके हैं ऐसे में प्रशासन के सामने अब आने वाले मजदूरों को रखने की समस्या खड़ी हो गई है ।

जिला प्रशासन ने अब मस्तुरी के प्रवासी मजदूरों को कोटा विकासखंड में भेजना शुरू कर दिया है । कल तीन बस कोटा पहुंची जिसमें से एक बस बेलगहना निकल गई । लेकिन बेलगहना एरिया में पहले से सभी क्वारंटाईन सेंटर पैक है ऐसे में इन्हें कहां रखा जाए ये किसी को समझ नहीं आया । जबकि होना ये चाहिए कि मस्तुरी से मजदूर आने के पहले कोटा एसडीएम या जनपद सीईओ से बात कर लेनी चाहिए कि क्या कोटा में पर्याप्त व्यवस्था है लेकिन अधिकारियों का यहीं पर समन्वय दिखाई नहीं दे रहा है ।

बीती रात मल्हार से मजदूरों से भरी एक बस बेलगहना में पहुंची जो यहां के लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है । रात से ही मजदूर गांव में इधर उधर भटक रहे है न उनके पास खाना है न पानी उपर से बस का डीजल भी खतम है ।

प्रशासन की लापरवाही का आलम ये है कि इनको किसी क्वेरेनटीन सेंटर तक पहुचाने के लिए किसी भी शासकीय कर्मचारी को नियुक्त नही किया गया है ड्राईवर अकेले ही इनको लेकर यहां वहां भटक रहा है और किसी प्रशासनिक अधिकारी को इसकी जानकारी भी नही । इन मजदूरों ने बेलगहना हाईस्कूल के पास डैम के किनारे सड़क पर सो कर सारी रात काटी क्योंकि जिस क्वेरिनटीन सेंटर का पता बताकर इनको मल्हार से भेजा गया था वहां इनके लिए जगह नही है और ये रात भर गांव में अपनी जरूरतों के लिए इधर उधर भटकते रहे।

सुबह से ही स्थानीय ग्राम वासीयों द्वारा इनको यहां रोके जाने का विरोध भी किया जा रहा है और ऐसी परिस्थितियों में पुलिस चोैैकी बेलगहना को सूचना देने पर ये कहा गया कि हमें इनके विषय में कोई निर्देश प्राप्त नही हुआ है और तहसीलदार महोदय शिवम पाण्डेय अपनी आदत के अनुसार आज भी फोन नही रिसीव कर रहे और ममाले में अनिश्चितता बनी हुई है । प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्हे जनपद सीओ मस्तूरी द्वारा कोटा जनपद सीओ से बात कर यहां भेजा गया हैै। पर बेलगहना में पंचायत से लेकर तहसीलदार तक किसी तक इनके आने की सूचना नही है ।


एस डी एम कोटा ने बताया की उन्हे सुबह इस बात की जानकारी प्राप्त हुई है और बेलगहना पंचायत को उनकी व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है ।
एक पंचायत के जनप्रतिनिधि ने कहा कि – ये क्या बात हुई जब एक प्रदेश का भार दुसरा प्रदेश वहन नहीं कर सकता तो फिर दूसरे विकासखंड के भार को दूसरा विकासखंड या एक पंचायत के भार को दूसरा पंचायत क्यों वहन करे । जहां के मजदूर हैं वही रखा जाए ।

बहरहाल प्रशासनिक समन्वय नहीं होने के कारण कोटा में स्थिति बिगड़ने लगी है अधिकारियों को चाहिए कि वे उतने ही मजदूरों को आने की अनुमति दें जितने की वो व्यवस्था कर सकते हैं । वैसे भी अब आपको ही अपनी सुरक्षा करनी है इसलिए सावधान रहें सतर्क रहें ।

सुबह पांच बजे से नौ बजे तक दुकान बाजार खुलने और लाॅक डाउन में छुट का मतलब ये नहीं है कि कोरोना भाग गया है याद रखिए कोरोना आपके आस पास ही है । मास्क लगाएं , सोशल डिस्टेंसिग का पालन करें और अति आवश्यक होने पर ही बाजार की तफरीह करे । दबंग न्यूज लाईव आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करता है ।

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