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17 नहीं 40 रू. प्रति किलो में खरीदे सरकार महुआ – अजीत जोगी ।

8 साल पहले थी महुआ की कीमत 17 रुपये किलो ।

 

दबंग न्यूज लाईव
शनिवार 18.04.2020

पेण्ड्रा – राज्य शासन के द्वारा लघु वनोपज समितियों के माध्यम से महुआ की खरीदी बाजार से आधे कीमत 17 रुपये प्रति किलो में किए जाने को लेकर आपत्ति जताते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मरवाही के विधायक अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर महुआ खरीदी की दर 17 रुपये को अव्यवहारिक एवं गलत बताया है तथा महुआ की कीमत 40 रूपये प्रति किलोग्राम करने की मांग की है।

 

पूर्व मुख्यमंत्री एवं मरवाही के विधायक अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा लघु वनोपज की खरीदी संग्राहकों से प्रारंभ कर दी गई है।

शासन के द्वारा इस वर्ष लघु वनोपज खरीदी की सूची में महुआ फूल (सूखा) को भी शामिल किया गया है लेकिन महुआ की कीमत मात्र 17 रुपये प्रति किलोग्राम तय किया गया है जो कि बाजार मूल्य से आधे से भी कम है क्योंकि वर्तमान समय में बाजार में नए महुए की कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम है। उन्होंने लिखा है कि शासन के द्वारा महुआ का 17 रुपये प्रति किलोग्राम खरीदी मूल्य तय किया जाना भी बिल्कुल ही अव्यवहारिक एवं गलत है क्योंकि पिछले 7-8 वर्षों से प्रदेश में इतने कम कीमत पर महुये की खरीदी बिक्री खुले बाजार में भी नहीं हुई है।

श्री जोगी ने लिखा है कि प्रदेश में बहुत बड़े भू-भाग में विशेषकर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में बहुत बड़े पैमाने पर लोगों के द्वारा महुआ का संग्रहण किया जाता है एवं उसे खुले बाजार में बेचा जाता है जिससे प्राप्त होने वाली राशि उन संग्राहकों की आजीविका का बहुत बड़ा स्रोत है। राज्य में अनुमानित लगभग 1000 करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि का महुआ संग्राहकों के द्वारा बाजार में बेचा जाता है। लॉक डाउन के कारण खुले बाजार में आड़तियों या दुकानदारों को महुआ खरीदी की अनुमति नहीं दी गई है, सिर्फ शासन के द्वारा ही महुआ खरीदी की जा रही है। ऐसे में संग्राहकों के द्वारा मजबूरन आधे कीमत में शासन को महुआ बेचना पड़ रहा है जिसके कारण संग्राहकों को बहुत बड़ी आर्थिक क्षति हो रही है और होगी जिसका सीधा प्रभाव उनके आजीविका पर पड़ेगा। उन्होंने लिखा है कि इस वर्ष मौसम अनुकूल नहीं होने के कारण राज्य में महुआ का संग्रहण एक तिहाई से भी कम रहने का अनुमान है तथा उदाहरण दिया है कि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के द्वारा पिछले 3 वर्षों से 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से महुआ की खरीदी की जा रही है तथा इस वर्ष उसकी कीमत 35 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी गई है।

अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि छत्तीसगढ़ राज्य के महुआ संग्राहकों के हित को ध्यान में रखकर राज्य शासन द्वारा महुआ खरीदी की दर 17 रुपये से बढ़ाकर 40 रूपये प्रति किलोग्राम करना चाहिए।

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