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कलेक्टर की पहल पर 130 लोगों को मिला आश्रय ।

बाहरी राज्य व जिले के लोगों की हुई व्यवस्था ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 15.04.2020

जांजगीर-चांपा -जांजगीर कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक के मार्गनिर्देशन में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाकडाउन के कारण जिले में अन्य राज्य, जिलों के फंसे हुए लोगों के लिए आवास, भोजन और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की गयी है।

जांजगीर-चांपा जिले में अन्य राज्यों ,जिले के फंसे हुए 130 लोगों आश्रय मिला है।इनके लिए सुविधाजनक आवास व्यवस्था विभिन्न जगहों पर की गई है। सक्ती के प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति छात्रावास में 14, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति हॉस्टल में 21, बाराद्वार छात्रावास में 15, जैजैपुर के छात्रावास में 33 लोगों को ठहराया गया है। अकलतरा में दो स्थानों पर राहत कैंप की व्यवस्था की गई है जिसमें 12 लोगों को रखा गया है। बलौदा के एक राहत कैंप में 2 लोग ठहरे हुए हैं। जांजगीर में 27 और चांपा में 6 लोग ठहरे हुए है। ठहरे हुए लोग ज्यादातर अन्य राज्य और अन्य जिले से संबंधित है।

ये सभी लाकडाउन के कारण अपने गृह ग्राम,नगर तक नहीं लौट सके , लिहाजा इनके समक्ष आवास एवं भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई थी। जिला प्रशासन को सूचना प्राप्त होते ही राजस्व विभाग द्वारा राहत कैंप की व्यवस्था की गई जहां इन्हें भोजन,राशन,स्वच्छ पेयजल आदि की व्यवस्था की जा रही है। राहत कैंप में ठहरे हुए लोगों का चिकित्सकों द्वारा नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यकता अनुसार दवाईयां भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा अन्य जरूरी सामाग्री भी उपलब्ध करवाई गयी है। जिले के इन राहत कैंपों में रूके हुए सभी संकटापन्न लोग जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई आवास, भोजन की व्यवस्था से संतुष्ट हैं।

जांजगीर के केरा रोड स्थित प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास में कुल 27 लोगों को ठहराया गया है। जिसमें पांच महिलाएं भी शामिल है। राहत कैंप में रूके हुए मध्यप्रदेश के सुखराम ने बताया कि मध्यप्रदेश से 11 युवा झारसुगड़ा में ईटा भट्ठा में काम शुरू करने गए हुए थे। लाकडाउन के कारण ईटा भट्ठा शुरू नहीं हो पाया। जिसके कारण उनके समक्ष आवास और भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई थी। वह झारसुगड़ा से पैदल नदी किनारे मध्य प्रदेश जाने के लिए निकल पडे। चांपा के पास ग्राम मड़वा के ग्रामीणों ने उन्हें रोककर पूछताछ की और जिला प्रशासन को सूचित किया। एसडीएम जांजगीर द्वारा राहत कैंप में ठहरने भोजन आदि की व्यवस्था की गयी।

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