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प्रदेश में स्कूल संचालन को लेकर हर दिन नए आदेश । अब छठवीं से ग्यारहवीं तक नहीं लगेगी कक्षाएं ।

फिर पहली से पांचवीं की कक्षाओं का संचालन क्यों ?

करोना काल में बनें सारे नियम और गाईड लाईन समझ से परे ।

दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 30.07.2021

रायपुर – करोना संक्रमण काल में बने नए नए गाईड लाईन और नियम समझ से परे ही रहे हैं । प्रदेश में स्कूलों के खुलने और ना खुलने को लेकर कई नियम बनाए जा रहे हैं और हर दिन नए नए आदेश जारी हो रहे हैं । किसी कक्षाओं के लगने के लिए पालकों की सहमती जरूरी है तो किसी कक्षा के लिए किसी सहमती की जरूरत नहीं है । जिस जिले में करोना का संक्रमण 1 प्रतिशत होगा वहां जब एक कक्षा खुल सकती है तो बाकी क्यों नहीं ? क्या प्रतिशत का आंकड़ा हर दिन जारी किया जाएगा ? या हफते पंद्रह दिन या महीने में गिना जाएगा ? मोहल्ला कक्षा लगाने से अच्छा तो यहीं होता कि बच्चों को स्कूल में ही पढ़ाया जाए क्योंकि मोहल्ला क्लास में ना तो कोई सुविधा है और ना ही वहां पढ़ाई हो पा रही है । पड़ाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति करनी है तो फिर सब चलता है  I

 बहरहाल एक नए आदेश के बाद छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने स्कूल संचालन को लेकर बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश में 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं संचालित नहीं की जाएंगी. कक्षा पहली से पांचवीं, 8वीं के साथ कक्षा 10वीं और बारहवीं की कक्षाएं संचालित होंगी. सरकारी और प्राइवेट दोनों में ये आदेश लागू होगा. 2 अगस्त से स्कूल में ऑफलाइन कक्षा संचालन की अनुमति दी गई.

फाईल फोटो

स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश राज्य शासन के आदेशानुसार स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी शासकीय निजी विद्यालयों में दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं 2 अगस्त से संचालित होना है. इस तरह छठवीं सातवीं, नौवीं और ग्यारहवीं को छोड़कर शेष सभी कक्षाएं यानी कक्षा पहली से लेकर पांचवी और आठवीं की कक्षाएं भी 2 अगस्त से संचालित होंगी.

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ये सभी कक्षाएं उन जिलों में प्रारंभ की जा रही है. जहां कोरोना दर पिछले 7 दिनों में 1 प्रतिशत हो वहां शासन के निर्णय अनुसार सभी प्राइमरी स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक और मिडिल स्कूलों में कक्षा आठवी संचालन करने की अनुमति है. पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित ग्राम पंचायत और स्कूल के पालक समिति की अनुशंसा आवश्यक होगी. शहरी क्षेत्रों के लिए संबंधित वार्ड पार्षद और स्कूल के पालक समिति की अनुशंसा आवश्यक होगी, लेकिन कक्षा दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं संचालित करने के लिए अनुशंसा की जरूरत नहीं है.

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सचिव स्कूल शिक्षा विभाग और आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय डॉक्टर कमलप्रीत सिंह ने बताया कि राज्य शासन के निर्णय अनुसार वर्तमान में छठवीं, सातवीं, नौवी और ग्यारहवीं की ऑफलाइन कक्षाएं प्रारंभ नहीं की जा रही हैं. भविष्य में इन कक्षाओं को संचालित करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा जिलों में कोरोना औसत दर में निरंतर संभावित गिरावट और उसके प्रसार के आकलन के पश्चात फैसला लिया जाएगा. साथ ही कहा कि राज्य में पूर्व की भांति इन कक्षाओं की पढ़ाई ऑनलाइन ही संचालित रहेंगी.

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