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अतिथि शिक्षक मिले राजस्व मंत्री से सुनाई अपनी व्यथा , याद दिलाया चुनावी घोषणा पत्र के वादे।

पिछले चार सालों से स्कूल में दे रहे सेवाएं ।

विपक्ष में रहते हुए सभी ने किया था विद्यामितानों का समर्थन और पहुंचे थे धरना स्थल भी।

दबंग न्यूज लाईव
शनिवार 04.07.2020

 

गौपेम – पिछले चार सालों से प्रदेश के स्कूलों में विद्या मितान या अतिथि शिक्षक के रूप में सेवाएं देने वाले शिक्षकों ने आज जिले के दौरे पर आए प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल से मुलाकात की और अपनी व्यथा सुनाते हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र की भी याद दिलाई जिसमें उन्होंने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था । अतिथि शिक्षकों से बात करते हुए राजस्व मंत्री ने शिक्षकों की मांग और उनकी समस्या को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है ।

अतिथि शिक्षकों का कहना था कि पिछले चार साल से प्रदेश में उन स्कूलों में सेवा दे रहे हैं जहां शिक्षकों की कमी होती है । जब स्कूल में रेगुलर शिक्षक की भर्ती हो जाती है तो उन्हें हटा दिया जाता है । पिछले चार पांच माह से उन्हें वेतन भी नहीं मिला है । इस संबंध में वे प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षा मंत्री पंचायत मंत्री तक से मिल चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है । आश्वासन सभी दे रहे हैं ।

प्रदेश में पिछले दो साल से हजारों पद शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया में उलझे हुए है । सरकार भर्ती परीक्षा लेने के बाद भुल सी गई है । अब अतिथि शिक्षक भी अपनी मांगों को लेकर मैदान में आ गए हैं ।
प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी उस समय कांग्रेस के सभी बड़े नेता जो अब सरकार में जिम्मेदार मंत्री है ने अतिथि शिक्षकों के धरना स्थल पर आकर इनकी मांगों का समर्थन किया था लेकिन सरकार में आने के बाद अब इन अतिथि शिक्षकों को सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है ।

अमर नाथ साहू, यशवन्त साहू, शिवानी ताम्रकार, वाशनी राठौर, नीलिमा राठौर, पंकज राय, पवन राठौर, यशोदा प्रजापति ये सभी अतिथि शिक्षक हैं । इन सभी अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार हमें दर-दर भटकने पर मजबूर कर रही है हमने कई जगह आवेदन दिया है उसमें कोई अमल नहीं किया गया चार 6 महीने का भुगतान भी नहीं किया गया है और जिस जगह हम लोगों की नियुक्ति की जाती उस जगह अगर रेगुलर शिक्षक की भर्ती हो जाने पर हम लोगों के वहां से निकाल दिया जाता है निकालने के बाद फिर रख लिया जाता है ।

अतिथि शिक्षकों ने दबंग न्यूज लाईव को पूर्व में प्रकाशित अखबारों की कापी , धरना स्थल के फोटो भी उपलब्ध करवाए हैं जिसमें कोरबा विधायक रहते हुए मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अतिथि शिक्षकों की समास्याओं को लेकर आवाज उठाते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री डा रमन सिंह को पत्र भी लिखा था । इसके अलावा वर्तमान में पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव का भी 09.08.2018 का वो पत्र भी दिया जिसमें उन्होंने अतिथि शिक्षकों को भरोषा दिलाया था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ के निवासी विद्यामितानों को नियमित करने की कार्यवाही की जाएगी ।


लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाही आगे नहीं बढ़ी है । देखना होगा अतिथि शिक्षक कब तक अतिथि ही रहते हैं । वैसे भी जल्द ही इनका कुछ हो लगता नहीं क्योंकि अभी स्कूलों को लेकर ही संशय है कि कब तक स्कूल बंद रहेंगे । हो सकता है स्कूल खुलने के बाद ही इनके भविष्य पर सरकार कोई निर्णय ले ।

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