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केन्द्र में भाजपा देश के किसानों की सुन नहीं रही , छत्तीसगढ़ में किसानों के साथ आंसू बहा रही ।

राजनीति के भी अजब फंडे हैं । सत्ता में रहो तो किसी का ना सूनो विपक्ष में आओ तो सबका दर्द बांटो ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 13.01.2021

बिलासपुर – देश में किसान तीन कृषि कानूनो को लेकर दो माह से आंदोलनरत है । राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर ठिठुरती ठंड में बैठा है और केन्द्र से गुहार लगा रहा है कि साहब जो ये तीन कानून बनाए हो ना उसे वापस ले लो और एमएसपी पे अनाज खरीदने को कानूनी जामा पहना दो । देश के करोड़ों किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन विश्व की सबसे बड़ी पार्टी को वहां किसानों की सुध लेने का समय नहीं मिल रहा है । लेकिन प्रदेश में विपक्ष में बैठी भाजपा को यहां के किसानों का दर्द दिखाई दे दिया और उनके आंसू पोछने भाजपा ने आज पूरे प्रदेश में कांग्रेस को घेरते हुए किसानों की समस्या को लेते हुए धरना प्रदर्शन का आयोजन कर रही है ।


मरवाही में भी भाजपा विधानसभा स्तरीय धरना प्रदर्शन करेगी जो दुर्गा पंडाल पर आयोजित होगी जिसमें विधानसभा स्तर के सभी नेता शामिल होंगे । कोटा विधानसभा में भाजपा ने नाका चैक में धरना दिया । भाजपा ने प्रदेश सरकार से 9 हजार करोड़ का हिसाब मांगा है साथ ही धान खरीदी में हो रही अव्यवस्था तथा किसानों के साथ वादाखिलाफी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार पर सवाल खड़ा किया है ।


लेकिन सवाल सिर्फ विरोध प्रदर्शन का ही नहीं है । सवाल ये है कि जब पार्टी सत्ता में रहती है तो किसी की नहीं सुनती लेकिन विपक्ष में आते ही सभी का दर्द ,पीड़ा दिखने लगती है । केन्द्र की सरकार पूरे देश के किसानों की नहीं सुन रहीं लेकिन प्रदेश में विपक्ष में बैठी भाजपा को प्रदेश के किसानों का दर्द दिखाई दे रहा है ।


ऐसा ही उल्टा मामला प्रदेश में एक और है प्रदेश में पंचायत सचिव और रोजगार सहायक हड़ताल पर हैं लेकिन प्रदेश सरकार को इनकी सुध नहीं है लेकिन केन्द्र सरकार के कृषि बिल को लेकर केन्द्र सरकार का विरोध कर के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है ।
पंद्रह साल भाजपा सरकार में थी तो उन्हें पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों का दर्द नहीं दिखा था लेकिन अब यही उनका समर्थन कर रहे हैं ऐसा ही जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी तो इनका मंच साझा करती थी ।


लेकिन करें क्या यही तो राजनीति का फंडा है कि सत्ता में रहो तो किसी का ना सुना लेकिन विपक्ष में आ जाओ तो सबका दर्द दिखने लगे ।

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