करगी रोडपेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीशिक्षा

कोटा विकासखंड में स्कूलों का हाल बेहाल , शिक्षक को सिर्फ अपने वेतन और सुविधा से मतलब ।

छुहीयां मीडिल स्कूल में एक शिक्षक वो भी लापरवाह ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 10.04.2022

करगीरोड कोटा – कोटा विकासखंड में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का हाल बेहाल है । सरकार ने भले पंद्रह अप्रेल से बच्चों के लिए स्कूल बंद आने या ना आने का आदेश पारित किया है लेकिन इस आदेश का पालन छुईहा मीडिल स्कूल के शिक्षक सुनिल दुबे ने अपने लिए समझ लिया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार ये कभी कभी ही स्कूल आते हैं और एक आवेदन स्कूल के रसोईए और बच्चों के पास छोड़ दिए रहते हैं कि कोई आए तो उसे दिखा दें कि गुरूजी छुट्टी में है ।


गुरूजी का स्तर कैसा होगा ये उनके द्वारा लिख गए आवेदन से ही समझ आ जाता है । कापी के एक पेज में अपने छुट्टी का आवेदन लिखने वाले गुरूजी को तारीख लिखने का तरीका नहीं पता । सोचिए जब गुरूजी के पास अपने छुट्टी का आवेदन लिखने के लिए कागज नहीं है तो फिर यहां के स्कूल में और क्या होगा ।


छुईया पूर्व माध्यमिक शाला में दर्ज संख्या 50 है लेकिन शनिवार को महज 4 बच्चे उपस्थित थे । उपस्थित बच्चों के लिए रसोइयों के द्वारा स्कूल को खोला गया और उनके लिए खाना बनाया गया । पढ़ाई से क्या मतलब स्कूल आओ खाना खाओं और घर जाओ ।

यहां के एकमात्र शिक्षक जिनके कांधे पर इन बच्चों को भविष्य बनाने का जिम्मा है वो गर्मी के कारण अपना वर्तमान ठीक करने में लगे हैं । गुरूजी ने अपना अधकचरा छुटटी का आवेदन स्कूल में किसके लिए छोड़ा ये तो वही जाने । उनके आवेदन को देखकर कोई भी एक बार में इस शिक्षक के प्रति अपनी अवधारणा बना लेगा कि जब गुरूजी ऐसा है तो बच्चों का और स्कूल का क्या हाल होगा ।

Related Articles

Back to top button