करगी रोडबिलासपुररायपुर

वन विभाग के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लाले , चांवल बेचकर ईलाज कराने मजबूर।

पिछले छह माह से वन विभाग के देैनिक वेतनभोगीयों को वेतन नसीब नहीं ।
चांवल बेचकर कर ईलाज कराने मजबूर ।

दबंग न्यूज लाईव
शनिवार 12.09.2020

Hori Yadav

करगीरोड कोटा कोटा वन विभाग में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला है जिसके कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़े हो गया है । कोटा रेंज में कार्यरत दैनिक वेतन भोगीयों ने आज अपनी समस्या एक बार फिर से विभाग के अधिकारियों को बताने आफिस पहुंच लेकिन यहां कोई अधिकारी उनको नहीं मिला । ना रेंजर यहां थे ना एसडीओ । वैसे भी एसडीओ साहब आजकल गरीबों की झोपड़ी उजाड़ने में लगे हैं ।


विभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने एक ज्ञापन रेंज आफिस कोटा के कार्यालय में देकर वेतन देने की मांग की है । कर्मचारियों ने दबंग न्यूज लाईव को बताया कि उनको पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला हेै जिसके कारण उनके सामने काफी परेशानी और दिक्कत आ गई है । यहां अधिकारियों से अपनी समस्या बतलाओं तो कहते हैं कि बिलासपुर जाओ । एक दो बार बिलासपुर भी जा चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हआ । बार बार बिलासपुर कैसे जाएं वहां जाने के लिए भी पैसे होना ।


एक कर्मचारी लखन केवट ने रोते हुए बताया कि बच्चों का ईलाज कराने पैसे नहीं है घर का चांवल बेचकर दवाई ईलाज करवाना पड़ रहा है । अधिकारियों को सब पता है लेकिन कोई कुछ कर नहीं रहा कई बार आवेदन दे चुके हैं ।

एक तरफ सरकार सभी संस्थाओं से कह रही है कि कोरोना काल में अपने कर्मचारियों के वेतन ना काटे और उन्हें वेतन दे दूसरी तरफ सरकार के अधीन काम करने वाले ये दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी पिछले छह माह से अपने वेतन की राह देख रहे हैं । विभाग के उच्च अधिकारियों को इन गरीब कर्मचारियों से कोई हमदर्दी हो ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है । और हो भी क्यों ? क्योंकि साहब लोग सरकारी गाड़ी में बैठकर बिलासपुर से यहां आते हैं और वापस चले जाते हैं । एसी गाड़ी में सफर करते इन अधिकारियों को अपने विभाग में कार्य कर रहे ये गरीब कर्मचारी दिखते हैं और ना ही इनकी समस्या सुनने के लिए इनके पास वक्त है ।

इस संबंध में हमने बिलासपुर डीएफओ निशांतजी से बात की तो उनका कहना था – फंड आ गया है जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा ।

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