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जिसे वो करता था प्यार उसे बना डाला नर कंकाल ।

वारदात की ऐसी सनसनीखेज खबर की रोंगटे खड़े कर दे ।
आखिर भरोसा किस पर करे कोई ?

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 06.07.2020

 

संजीव शुक्ला/धम्मकिर्ती नंदेश्वर

राजनांदगांव कुछ वारदातें ऐसी घटित होती है कि फिर सवाल अपने आप ये उठता है कि आखिर भरोषा किस पर किया जाए । जिस पर भरोषा करके वो लड़की आई थी उसी ने उसे नरकंकाल बना दिया । ये सनसनीखेज वारदात का गवाह बना डोगरगढ़ में प्रज्ञागिरी की पहाड़ी । जहां से आज राजनांदगांव पुलिस ने एक युवती का नरकंकाल बरामद किया । ये नर कंकाल किसका था और प्रज्ञागिरी की पहाड़ियों पर कैसे पहुंचा यदि ये जानना है तो कहानी में छह माह पिछे जाना होगा ।


राजनांदगांव के अंतर्गत आने वाले बसंतपुर थाना क्षेत्र में अक्टूबर 2019 को एक युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होती है । युवती थी सुमन पटेल उम्र 20 साल । रहने वाली थी रणबीरपुर लोहरा कवर्धा और राजनांदगांव में नर्सिग का कोर्स कर रही थी । लेकिन अक्टूबर से उसका कोई पता नहीं था । पुलिस सारे एंगल खंगाल चुकी थी लेकिन वो सिरा हाथ नहीं आ रहा था जो गुम युवती तक पहुंचा पाता ।


जिले में नए आए एसपी जितेन्द्र शुक्ला के पास जब ये फाईल आई तो उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया और पुरी डिटेल निकालने लगे । पुलिस को पता चला कि सुमन पटेल की दोस्ती रणबीरपुर लोहारा में ही रहने वाले एक युवक मनोज वैष्णव से थी । पुलिस ने जब काल रिकार्ड खंगाले तो उन्हें मामला समझ आने लगा । इसके बाद पुलिस ने मनोज वेैष्णव को धर दबोचा और पूछताछ शुरू की तो मनोज ज्यादा देर उनके सामने टिक नहीं पाया और उसके बोलते ही गुमशुदगी का केस मर्डर में बदल गया ।


मनोज वैष्णव ने पुलिस को बताया कि वो ओैर सुमन एक दुसरे से प्यार करते थे और छह अक्टूबर को घुमने डोगरगढ़ गए थे । यहां घुमते हुए उन दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया और क्रोध में आकर मनोज ने सुमन का गला घोंट दिया । सुमन की हत्या करने के बाद उसने सुमन की लाश को प्रज्ञागिरी की पहाड़ीयों में छूपा दिया ।


पुलिस को जैसे ही ये पता चला कि सुमन पटेल की गुमशुदगी के तार डोगरगढ़ से जुड़ रहे हैं तो पुरी पुलिस इस सनसनीखेज वारदात के सबुत जमा करने प्रज्ञागिरी की पहाड़ीयों पर पहुंच जाती है । और उसके बाद मनोज के बताए जगह पर तलाशी लेती कुछ ही देर में एक नरकंकाल पुलिस के हाथ लगता है । पुलिस अपनी कार्यवाही करने के बाद युवक पर आईपीसी की धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर लेती हेै ।


मीडिया से बात करते हुए राजनांदगांव एसपी जितेन्द्र शुक्ला का कहना था – जिले में जो भी मामले गुमशुदगी के हैं उन पर विशेष जांच शुरू की जा रही है । अपराधी कोई भी हो कितना भी शातिर हो बचेगा नहीं ।

बहरहाल पुलिस अपनी कार्यवाही में जुटी है । मनोज वैष्णव ने अपनी प्रेमिका को मार दिया । गुमशुदगी रिपोर्ट के छह माह बाद सुमन जिंदा नहीं कंकाल के रूप में बरामद हुई । लेकिन इस वारदात ने सवाल कई उठा दिए । आज की पीढ़ी को सोचना होगा कि क्या यहीं प्यार है ?

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