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जिसे होना था जिमनास्टिक के मैदान में वो कर रही है आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी ।

राष्ट्रीय स्तर पर 6 बार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली पेण्ड्रा की वर्षा रानी की मजबुरी ।

जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने शासन से कहा-खिलाड़ी की खेल प्रतिभा का सम्मान करते हुए खेल प्रशिक्षक की नौकरी दी जाए ।

 

दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 24.07.2020

 

 

रायपुर -पेण्ड्रा के एक छोटे से गांव सकोला की जिमनास्टिक की खेल प्रतिभा जिसे इस खेल के मैदान में होना चाहिए था । अपनी मजबूरी और खेल विभाग की उदासिनता के चलते अपने ही गांव में अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी कर रही है । याने हम एक और खेल प्रतिभा को खोने की कगार पर है । ये खिलाड़ी है वर्षा रानी जिन्होंने जिमनास्टिक जैसे खेल मे राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम किया है , मेडल पाए है । यदि ऐसी खिलाड़ी को और सुविधा और प्रोत्साहन मिलता तो ये खिलाड़ी प्रदेश का नाम जरूर रोशन करते ।


लेकिन अब इस खिलाड़ी के पक्ष में जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी सामने आए हैं और उन्होंने एक पत्र शासन को लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर 6 बार उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाली कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ग्राम सकोला, विकास खण्ड पेण्ड्रा की पूर्व छात्रा वर्षा रानी को शासन से प्रोत्साहन मिले और वर्षा रानी को स्कूल में खेल प्रशिक्षक के पद पर नौकरी दिया जाना चाहिए अथवा उसे महिला एवं बाल विकास विभाग में ही खिलाड़ी के रूप में प्रोत्साहन देते हुए उसे बच्चों के खेल प्रशिक्षक के रूप में माडल बनाया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग किया है कि जिमनास्टिक में राष्ट्रीय स्तर पर 6 बार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली वर्षा रानी छत्तीसगढ़ राज्य में खेल और खिलाड़ियों के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं मिलने के कारण निराश होकर अपने पैतृक ग्राम पथर्रा, विकासखण्ड मरवाही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी कर रही है।

 

मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी ने शासन का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ग्राम सकोला, विकास खण्ड पेण्ड्रा से हर साल 24 से 25 लड़कियां राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर जिमनास्टिक में प्रदर्शन करती हैं तथा इन लड़कियों ने छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में अविभाजित बिलासपुर जिले को हर साल लगातार चैम्पियन बनाया है, इसलिये इस विद्यालय को आदिवासी कन्या खेल परिसर बनाया जाना चाहिए तथा जिम्नास्टिक के खेल से संबंधित समस्त मूलभूत सुविधाएं इस स्कूल में उपलब्ध कराया जाना चाहिये, जिससे कि इस स्कूल की छात्राएं खेल में अपने गांव, राज्य एवं अपने देश का नाम रौशन करती रहें।

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