Uncategorizedकरगी रोडकोरबापेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीरायपुर

‘‘इस बार पाबंदियाॅं सख्ती के साथ लागू होंगी’’ ….एस.डी.एम. कोटा

प्रशासन को कम से कम एक हप्ते का सम्पूर्ण लाॅकडाउन पूरे प्रदेश में लागू करना चाहिए

बिलासपुर,कोटा सहित जिले के सभी नगरीय निकायों में सम्पूर्ण लाॅकडाउन

उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 20.09.2020

सुमन पाण्डेय

करगीरोडकोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम हेतु लगातार प्रयास के बावजूद कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसी दशा में कोरोना वायरस के रोकथाम एवं चेन तोड़ने हेतु बिलासपुर जिले के नगरीय क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसी तारतम्य में एस.डी.एम कोटा आनंद रूप तिवारी ने दबंग न्यूज लाईव को जानकारी दी की इस बार के लाॅकडाउन में अत्यधिक सख्ती की जाएगी और जो भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता पाया जाएगा उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी किसी को भी बक्सा नही जाएगा। उन्होने कोटा के नागरिकों से अपील की है कि वे शासन के गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करें अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें। 22 सितंबर सुबह 5 बजे से लेकर 28 सितंबर रात 12 बजे तक पूर्ण लॉकडाउन के दौरान इस बार राशन , किराना और सब्जी की दुकानें भी पूरी तरह बंद रहेंगी।

बिलासपुर, कोटा समेत प्रशासन ने प्रदेश के आठ जिलों में लाॅक डाउन किया हुआ है। कुछ जिलों और नगरीय निकायों में लाॅकडाउन लागू किया जा चुका है और कुछ में आगामी 21 व 22 सितम्बर से सप्ताह भर का लाॅकडाउन प्रारंभ हो जाएगा । प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों से जो संकेत मिल रहे हैं उससे यह स्पष्ट है कि इस बार का लाॅक डाउन फिर कड़े तेवर के साथ होने वाला है उल्लंघन करने वालों पर सख्ती होनेे वाली है कोरोना महामारी के कारण हर आने वाले दिन के साथ स्थिति गंभीर होती जा रही है। पाजिटिव मरीजों के साथ साथ इस महामारी से होने वाली मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है जिसके कारण प्रशासन की चिंता और आम जनता का भय भी बढ़ता जा रहा है। प्रशासन द्वारा नगरीय क्षेत्रों में जो लाॅकडाउन किया जा रहा है वह स्वागत योग्य है क्योंकि कुछ हद तक इससे कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिल सकती है परन्तु नगरीय क्षेत्रों से इतर ग्रामीण क्षेत्रों में लाॅकडाउन न करना प्रशासन की एक बड़ी भूल सिद्ध होगी क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र विशेषकर नगरीय क्षेत्रों के पड़ोस की बड़ी ग्राम पंचायतें जिनसे मजदूर,छोटे व्यापारी और नगरीय क्षेत्रों से जुड़े लोग जिनके शहर आने जाने की आवृत्ति अधिक होती है वो सब मिलकर स्थिति को फिर से पहले जैसे चिंतनीय बना देंगें और लाॅकडाउन का किया धरा फिर से पानी हो जाएगा। इसलिए प्रशासन को कम से कम एक हप्ते का सम्पूर्ण लाॅकडाउन पूरे प्रदेश में लागू करना चाहिए ताकि वास्तव में लाॅकडाउन का उद्देश्य पूरा हो सके ।

Related Articles

Back to top button