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कोटा में सौ के आंकड़े के पास पहुंचा करोना । कोटा ,रतनपुर और बेलगहना में स्थिति नाजूक ।

कोटा में 43 , रतनपुर में 32 , बेलगहना से 12 और टेंगनमाड़ा में 7 केस सामने आए ।

बीस साल से कोटा की कमान डाक्टर के हाथ लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं धेले भर की नहीं ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 18.04.2021

बिलासपुर – जैसा कि सभी को लग रहा था जिले में लाॅकडाउन 26 तक बढ़ा दिया गया है । और स्थिति देखते हुए लगता नहीं कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी । लेकिन इस बीच कोटा विकासखंड के लिए फिर से बुरी खबर है । आज चार सेंटरों से जो डेटा करोना पाजिटिव का सामने आया है उसके बाद यही कहा जा सकता है कि आप अपने आप को जितना हो सके बचाएं ।

कोटा विकासखंड में आज 94 एक्टिव केस की पहचान हुई है । इसमें सबसे ज्यादा आज कोटा में हैं जहां 43 केस सामने आए हैं । 16 तारीख को यहां का प्रतिशत काफी कम था तो लगा था कि शायद स्थिति में सुधार हो और इसके फैलने की गति धीमी हो । 16 तारीख को 119 टेस्ट में मात्र 8 केस सामने आए थे लेकिन आज 125 टेस्ट में 43 केस सामने आए हैं । इसी प्रकार रतनपुर में 32 , बेलगहना से 12 और टेंगनमाड़ा सेंटर में 7 केस की पहचान हुई है ।

ये बड़े दुख की बात है कि कोटा में पिछले पंद्रह बीस सालों से एक डाक्टर यहां की विधायक है लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के नाम पर यहां धेले भर की भी सुविधा नहीं है । यहां दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटा और रतनपुर हैं जबकि नौ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं इसके अलावा लगभग 38 उप स्वास्थ्य केन्द्र थे जिनकी जिम्मेदारी एएनएम के हाथों रहती है । वैसे इनमें से 20 उपस्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में उन्नयन किया गया है जहां एक सीएचओ की पोस्टिंग है ।

उपस्वास्थ्य केन्द्र की स्थिति कैसी रहती है सभी को पता इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र थोड़ा ठीक हैं लेकिन इतने ठीक नहीं कि बिमार को ठीक कर पाएं यहां आने वाले मरीज बिलासपुर ही रिफर किए जाते हैं ।

करोना काल के समय में यहां जो स्वास्थ्य सेवाएं हैं यदि उन्हें देखा जाए तो ये नगण्य ही है । यहां ना वेंटिलेटर है , ना आक्सीजन ना ही बेड । वैसे कोटा में अब इसके लिए आवाज उठने लगी है कि 200 बिस्तर का सुविधायुक्त अस्पताल बनाया जाए । यदि ये आवाज पहले उठाई जाती तो शायद 200 ना सहीं 50 बिस्तर का ही बेड सर्व सुविधायुक्त बन जाता तो शहर और आसपास के लोगों को राहत मिलती । लेकिन इतने कम संसाधनों में कोटा स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने तरफ से हर संभव मदद मरीज को करती है ।

बीएमओ डाक्टर संदीप द्विवेदी ने दबंग न्यूज लाईव से बात करते हुए लोगों से अपील की है कि – सभी घरों में ही रहें , फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क जरूर लगाएं । यदि पाॅजिटिव आते हैं तो घबराएं नहीं तुरंत काउंटर से दवाईयां ले और होम आईसोलेशन में रहें ।बिल्कुल घबड़ायें नहीं। चंदपब ना हों। बहुत ही कम मरीजों को ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ रही है। अगर 94: तक ऑक्सीजन है तो कतई चिंता की बात नहीं है। अगर कमरे की हवा में 90 -92 % भी ऑक्सीजन सैचुरेशन है , और अन्य लक्षण नहीं हैं ,जैसे सांस फूलना ,बहुत खांसी आना , चक्कर आना ,बेहोशी सा आना,तेज बुखार भी होना इत्यादि ,तो ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ेगी। कोई दिक्कत हो तो डाक्टर से संपर्क करें । कोटा की पूरी स्वास्थ्य टीम आपके साथ है ।

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