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विद्यामितान बनाम अतिथि शिक्षकों ने शिक्षामंत्री को याद दिलाया उनका वादा तो शिक्षामंत्री ने दिया गोलमोल जवाब ।

प्रदेश में युवाओं का भविष्य संवारने वालों का भविष्य अंधकारमय ।
सत्ता में आते ही वादे भुलने का आरोप लगाया संघ ने ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 02.09.2020

 

गौपेम – 2016 में भाजपा की रमन सरकार ने प्रदेश में दसवीं ग्यारहवी तथा बारहवीं कक्षाओं को पढ़ाने के लिए विषय विशेषज्ञ के रूप में लगभग 2516 युवाओं की भर्ती विद्या मितान के रूप में की थी । बाद में इन्हें अतिथि शिक्षक कहा जाने लगा । ये सभी लोग हायर तथा हाईस्कूल के बच्चों को पढ़ाने लगे । बाद में इन विद्यामितानों ने सरकार से अपने आप को नियमित करने की मांग की । सरकार तक आवाज पहुंचाने के लिए इन्होंने धरना दिया प्रदर्शन किया और पक्ष विपक्ष के बड़े नेताओं को अपनी पीड़ा बताई ।


उस समय विपक्ष में रही कांगेस के सभी वरिष्ठ नेता इनके आंदोलन में शामिल हुए , सरकार को फोन किया पत्र लिखे कि इन्हें नियमित किया जाए । चुनाव का समय आया तो कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी इसे शामिल करते हुए कहा कि उनकी सरकार आई तो दस दिन के भीतर इनकी समस्या दूर कर दी जाएगी । लेकिन सरकार बने दो साल हो रहे हैं । इस बीच अतिथि शिक्षकों ने प्रदेश के हर मंत्री तक अपना ज्ञापन और समस्या पहुंचाया । शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने भी डेढ़ साल पहले स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को पत्र लिखते हुए अतिथि शिक्षकों वर्ग 1 के रिक्त पदों पर भर्ती करने की अनुशंसा की ।


हाल ही में शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम मरवाही गए तो यहां अतिथि शिक्षकों ने उन्हें उनका पत्र दिखाया और कहा कि अप्रेल से उन्हें वेतन नहीं मिला है , आर्थिक समस्या हो रही है । जबकि सरकार ने नीजि विद्यालयों को भी अपने शिक्षकों को पूर्ण वेतन देने का आदेश दिया है ।


अतिथि शिक्षकों का कहना था कि इतना सब कहने के बाद भी शिक्षा मंत्री ने उन्हें कोई आश्वासन नहीं दिया और गोल मोल जवाब देते हुए कहा कि अभी कोरोना संक्रमण को दौर चल रहा है ये सब खतम हो जाए फिर कुछ करते हैं ।

अतिथि शिक्षक संघ के अमरनाथ साहू का कहना था – गौरेला पेण्ड्रा मरवाही में हम 59 लोग हैं पिछले मार्च से हम लोगों को वेतन भी नहीं मिला है । जबकि सरकार ने नीजि विद्यालयों को भी अपने शिक्षकों को पूर्ण वेतन देने का आदेश दिया है । ऐसे में सरकार को हमें भी वेतन देना चाहिए । और अपने घोषणा पत्र को ध्यान में रखते हुए नियमित करना चाहिए ।

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