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वाह क्या बात है – दान दाताओं ने दान तो दिया सिलेंडर , फोटो भी छपवाया , नाम भी लेकिन सिलेंडर रख लिया घर में ।

कहना है कोई आए और जरूरत हो तो ले जाना । ये कुछ कुछ वैसा ही है जैसे एलपीजी गैस सिलेंडर ।

खैर ये दानदाताओं के उपर है कि उसका क्या करें , लेकिन जो चिज जहां होनी चाहिए वहीं हो तो ज्यादा फायदेमंद होगी ।

दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 04.05.2021

करगीरोड कोटा – कोविड संक्रमण के दुसरे दौर में बहुत से लोग बहुत सी मेडिकल सेवाएं दान कर रहे हैं । देना भी चाहिए ये समय सभी के सहयोग करने का है । जिससे जितना बने उतना सहयोग करे । पहले चरण में जहां लोग दाल चांवल आलू भटा और मास्क बांट रहे थे वहीं इस दौर में आक्सीजन सिलेंडर बेड और दवाईयां दान कर रहे हैं ।

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पिछले कुछ समय से कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हमने कई खबर प्रकाशित की जिसके बाद यहां कुछ सुविधाएं बढ़ी । यहां आक्सीजन सिलेंडर भी आए और अब अधिकारिक रूप से कोटा अस्पताल में छोटे बड़े करके लगभग 14 सिलेंडर मौजूद हैं ।

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पिछले दिनों कुछ दानदाताओं ने यहां आक्सीजन सिलेंडर दान किए । इनमें से पाटिल इंफ्रास्ट्रक्चर ने दस सिलेंडर दिए थे जो बिलासपुर चले गए । उसके बाद कुछ दानदाताओं ने भी दस सिलेंडर दिए लेकिन ये सिलेंडर अभी तक अस्पताल में नहीं पहुंचे ।यदि ये सिलेंडर भी अस्पताल में रहते तो लगभग 24 से 25 सिलेंडर का स्टाक यहां हो जाता ।

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अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार दान दाताओं ने दान तो किए लेकिन इन दान किए आक्सीजन सिलेंडर को अस्पताल में ना देकर अपने घर पर ही रख लिए । जैसे कोई आएगा तो ये खुद ही उसे घर में आक्सीजन लगा देंगे । उनका कहना है कि जब जरूरत होगी तब ले जाना । ये कुछ कुछ वैसा ही है जैसे घर में एलपीजी गैस खतम हो जाए और दुसरे के घर से मांग के लाओ रेग्युलेटर हटाओं और लगा दो ।

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खैर ये दानदाताओं के उपर है कि वो दान किए चिज का क्या करते हैं । ये अच्छी बात है कि लोगों ने इसकी आवश्यकता समझी और दान दिया । अब अच्छा ये हो कि इसका उपयोग हो और ये सेवाएं जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क प्राप्त हो सके ।

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कोटा के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने की जरूरत है । इस समय आप हम सब राजनैतिक दलों से और अन्य संस्थाओं से अलग होते हुए सिर्फ कोटा के नागरिक बन कर अपना काम करें तभी यहां कुछ हो सकता है । वर्ना मांग करते रहिए , ऐसे ही दान देते रहिए और फिर अखबार है फोटो छपवाईए ।

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