सरपंच ,सचिव एवं अधिकारियों को नहीं है ग्रामीणों की परवाह ।
दबंग न्यूज लाईव
रविवार 07.06.2020
जांजगीर – क्वांरटाईन सेंटर में बाहरी व्यक्तियों का जाना मना है यदि कोई यहां जाता है तो उस पर कार्यवाही हो रही है । 5 जून को ही कलेंडा के क्वारंटाईन सेंटर पर बिना इजाजत प्रवेश को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चोैधरी और पूर्व विधायक विमल चोपड़ा पर कार्यवाही हो चुकी है । इसके बाद भी पंचायत उसी जगह निर्मण कार्य करवा रहा है जहां क्वारंटाईन सेंटर है ऐसे में शाम को सभी क्वांरटाईन सेंटर में रहने वाले मजदूर एक साथ घुमते हेैं बोर का पानी पीते हैं और बतियाते हैं ।
ऐसी अव्यवस्था है जांजगीर जिले के मालखरौदा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत छपोरा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की जिसे संबंधित अधिकारी जनपद सीओ द्वारा कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है ।
इस सेंटर में हरियाणा तथा पंजाब से आए हुए लगभग 100 से अधिक मजदूर अभी वहीं रुके हुए हैं और वही ठेकेदार सेठी जायसवाल के द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसमें गांव के मजदूर कार्यरत हैं ।ऐसे में संक्रमण का खतरा लगातार बना है क्योंकि शाम को प्रवासी मजदूर लोग टहलने के लिए इधर-उधर होते हैं और उसी बोर का पानी भी इस्तेमाल करते हैं I
कल जब प्रवासी मजदूरों द्वारा उस बोर का पानी इस्तेमाल किया जा रहा था तब ठेकेदार सेठी जायसवाल द्वारा उन्हें गाली गलौज भी किया गया ठेकेदार बिल्कुल भी कोरोना महामारी को लेकर सजग नहीं है और लोगों की जान पर खेल कर अतिरिक्त भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है ग्रामीणों का कहना है कि सचिव अपने आप को उच्चाधिकारियों एवं बड़े नेताओं की पहुंच वाला बताता हैं और हमारा कहना नहीं मान रहे हैं ऐसे में अगर गांव में महामारी फैलती है तो इसकी जिम्मेदार सरंपच सचिव के साथ ही ठेकेदार और उच्च अधिकारियों की होगी ।
जनपद सीईओ ऐश्वर्या वर्मा का इस बारे में कहना था – संबंधित इंजीनियर चोैहान और सचिव को काम बंद करने के लिए निर्देशित किया गया था।
जनपद सीईओ की जिम्मेदारी इतना कहने से खतम हो गई । सीईओ ने इसके बाद ये ध्यान नहीं दिया कि वहां के सेंटर में क्या स्थिति है । क्या काम बंद हुआ या नहीं । ऐसी ही लापरवाही ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ा दिया है ।