शासकीय दस्तावेजों में छेड़छाड़ के साथ लगाए कई गंभीर आरोप ।
विवाद के बाद जनपद के कुछ नेता और कर्मचारी मामला सेट करने में लगे ।

 

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 08.06.2020

 

करगीरोड कोटा दबंग न्यूज लाईव ने 05.06.2020 को खैरा ग्राम पंचायत में  ” खैरा पंचायत ने निकाला अजब फरमान ’’ शीर्षक से एक समाचार प्रकाशित किया था जिसमें पंचायत की बैठक में मनरेगा के कामों में पंचों को हाजरी देने का भी प्रस्ताव भी पारित था । बाद में सभी जिम्मेदारों से जानकारी लेने के बाद सभी ने अपनी अपनी सफाई दी थी । लेकिन आज खैरा पंचायत ने ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक यशवंत जायसवाल के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाते हुए उसे हटाने तथा एफआईआर करने की शिकायत जनपद पंचायत कोटा में सीईओ से की है ।

ग्राम पंचायत खैरा में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत होने वाले विकास कार्यों में विवाद खत्म होने के बजाय लगातार बढ़ते जा रहा है। एक के बाद एक लगातार हो रही शिकायतों के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही नहीं होने से विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब शासकीय कर्मचारी भी नियमो को ताक पर रख खुलेआम अवहेलना करते हुए कूट रचना करने में जरा भी संकोच नहीं कर रहे हैं।ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मुहैया करवाकर आर्थिक रूप से सुदृढ बनाने शासन द्वारा चलाई जा रही हैं मनरेगा योजना मे लगातार अनियमितता बरती जा रही है।


पंचायत में हुई बैठक के बाद निकले आदेश में कुटरचना करने का आरोप पंचायत ने रोजगार सहायक पर लगाया है इसके साथ ही पंचायत ने दर्जन भर आरोप रोजगार सहायक पर लगाए कि वो बैठक में नहीं आता , फर्जी हाजरी भरता है , घर में ही बैठ कर भरता है कार्यस्थल पर नहीं आता । इन्हीं सभी आरोपों के तहत पंचायत ने रोजगार सहायक की शिकायत जनपद सीईओ से की है ।

ग्रामीणों ने किया रोजगार सहायक को हटाने की मांग – ग्राम पंचायत खैरा के मजदूरों द्वारा रोजगार सहायक के विरुद्ध ग्राम सरपंच से शिकायत किया गया।जिसमें मजदूरों द्वारा पूर्व शिकायत का निराकरण न होना, सरपंच व पंच के बुलाने पर न जाना कार्यस्थल पर नहीं जाना, मस्टर रोल घर में भरने के साथ फर्जी हाजिरी डालने की शिकायत करते हुए रोजगार सहायक हटाने की मांग की गई है।जिस पर ग्राम सरपंच,सचिव एवं जिला पंचायत सदस्य आनंद सिंह मरावी द्वारा ग्रामीणों की शिकायत पर अग्रिम कार्यवाही करने 2 जून 2020 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी कोटा के समक्ष प्रेषित किया गया है।

इस सभी आरोपों के जवाब में रोजगार सहायक का कहना था कि – उसने किसी प्रकार की कुटरचना नहीं की है मुझे जो पत्र मिला वो वैसा ही जैसा मुझे दिया गया । आप रायटिंग एक्सपर्ट से भी उसकी जांच करवा सकते है।

जगन्नाथ सिंह आर्मो सरपंच ग्राम पंचायत खैरा – रोजगार सहायक ने मेट चयन के लिए ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्तावित पत्र मे छेड़खानी करते हुए पंचों को हाजिरी देने के नाम पर साजिश की गई है जो कि निराधार है।भविष्य में इस तरह की कोई लापरवाही न हो इसके लिए जनपद सीईओ से एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की मांग की गई है।

मेघनाथ सुमन सचिव खैरा– पंचों को हाजिरी दिये जाने का आरोप बेबुनियाद है।मेट चयन की प्रस्ताव काफी पंचायत के पास सुरक्षित है।जिसमें कहीं पर भी हाजिरी दिए जाने जैसे शब्द अंकित नहीं है।

संध्या रानी कुर्रे सीईओ कोटा- रोजगार सहायक के विरुद्ध शिकायत हुई है जिससे जांच करने जनपद से अधिकारी जाएंगे।जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

बहरहाल सभी के अपने अपने बचाव के लिए प्वाइंट है और सभी अपनी अपनी सफाई दे रहे हैं । इस बीच विश्वस्त सुत्रों से ये भी पता चला है कि जनपद के कुछ नेता और कर्मचारी अब इस मामले में रूची लेने लगे हैं कि मामला सेट हो जाए और मलाई खाने मिल जाए । देखना होगा कि आगे इस मामले में कैसी कार्यवाही होती है , जांच होती हेै या मलाई सब बांट लेते हैं ।