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पेंड्रा में बिजली बंद रहने के दौरान फाल्ट खोज रहा बिजली कर्मचारी खंबे से गिरा ।

 अस्पताल में इलाज के दौरान, हुई मौत।

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 29.06.2020

 

पेंड्रा बिजली बंद रहने के दौरान फाल्ट खोज रहे बिजली कर्मचारी की खंबे से गिरकर घायल होने के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक बिजली कर्मचारी अपने साथी कर्मचारी के साथ खंबे में चढ़कर काम कर रहा था। परंतु सुरक्षा बेल्ट नहीं बांधा था। जबकि दूसरा साथी सुरक्षा बेल्ट बांधे रहने के कारण गिरने से बच गया। पूरा मामला पेंड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम कुदरी का है।

 26 जून 2020  शाम के लगभग 4 बजे बिजली गुल होने के दौरान 33 केवी लाइन पेंड्रा से कोटमी के बीच कुदरी गांव के पास का है। पेंड्रा टाउन में पदस्थ लाइन परिचालक श्रेणी दो लखन सिंह परिहार अपने साथी कर्मचारी के साथ इस लाइन पर फाल्ट खोज रहे थे। अचानक बिजली का तार तनाव में आने के कारण लखन सिंह परिहार खंबे में अपने को संभाल नहीं सका और तार से बचने के लिए बाए साइड झुकने का प्रयास किया तथा बैलेंस बिगड़ने के कारण खंभे से गिर गया।

बिजली कर्मचारी परिहार सुरक्षा बेल्ट बांधे बगैर खंबे पर काम कर रहा था। साथ में काम करने वाला बिजली कर्मचारी पर भी इसका असर रहा पर उसके कमर पर सुरक्षा बेल्ट बंधे होने के कारण अनबैलेंस होने के बाद भी खंबे पर ही लटका रहा। जिससे उसे कोई हानि नहीं हुई जबकि लाल सिंह परिहार खंबे से गिरकर बुरी तरह घायल हो गया।

साथ गए बिजली कर्मचारियों ने आनन-फानन में अपने घायल साथी कर्मचारी लाल सिंह परिहार को सैनिटोरियम चिकित्सालय तत्काल पहुंचाया जहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रिफर कर दिया गया। वहीं 27 जून को लगभग 12 बजे सुबह बिलासपुर में आर बी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान घायल बिजली कर्मचारी की मौत हो गई। लाल सिंह परिहार सीनियर बिजली कर्मचारी था तथा उसकी सेवानिवृत्ति को मात्र 6 महीने ही शेष थे। बिजली कर्मचारी लाल सिंह परिहार की मौत के बाद उसके परिवार में अंधेरा छा गया है। साथी बिजली कर्मचारियों में शोक की लहर है।

 26 जून 2020 को घायल बिजली कर्मचारी लालसिंह परिहार को लेकर के उसके साथी कर्मचारी जब सेनेटोरियम चिकित्सालय पहुंचे तो वहां सैनिटोरियम में बिजली गुल थी। साथ गए बिजली कर्मचारियों के अनुसार जब लाल सिंह परिहार को लेकर वहां पहुंचे तो पूरे सैनिटोरियम में घोर अंधकार छाया हुआ था। अस्पताल में जनरेटर था या नहीं पता नहीं पर अस्पताल में अंधेरा था जिसके कारण घायल कर्मचारी का कोई इलाज नहीं हो पा रहा था।

 जीवन भर दूसरे के घर में रोशनी के लिए खंभों में चढ़ने वाला लालसिंह परिहार खुद अंधेरे के कारण सेनेटोरियम में इलाज से वंचित रहा। डॉक्टर की सलाह पर साथी बिजली कर्मचारियों से बिलासपुर ले गए परंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी और दूसरे दिन इलाज के दौरान उसकी बिलासपुर में मौत हो गई। इस घटना से बिजली कर्मचारियों में रोष है।

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