
200 एपीएल कार्डधारियों को दिया नहीं चांवल लेंकिन दर्शाया वितरण ।
हद तो ये हो गई कि मृतकों के नाम और जिनका कार्ड नहीं उन्हें भी चांवल वितरण दिखाया ।
हो सकती राशन दुकान संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 30.03.2020
मरवाही – पूरा प्रदेश इस समय लाॅक डाउन की समस्या और कोरोना वायरस की समस्या से जुझ रहा है । 21 दिन के लाॅक डाउन के बाद प्रशासन ने हर परिवार को दो दो माह के राशन वितरण की व्यवस्था बनाई है । इसके साथ ही उन लोगों की भी जानकारी ले रही है जिनके पास राशन की व्यवस्था नहीं है । ऐसे लोगों को प्रशासन राशन उपलब्ध करवा रही है इस समय कई स्वयं सेवी संगठन भी प्रशासन के इस काम में हाथ बंटा रहे हैं ।
गौरेला की कलेक्टर शिखा राजपूत भी इस गंभीर समस्या पर नजर रखीं हुई है और हमेशा एक्टिव मोड मे नजर आतीं है कि कहीं कोई गड़बड़ी या लापरवाही ना हो । लेकिन मरवाही से जो खबर सामने आ रही है वो गंभीर है ,चिंताजनक है और ऐसे संकट के समय भी लोगों के लालच और गैरजिम्मेदारी को सामने लाने वाला है ।
मरवाही में राशन दुकान संचालक के द्वारा फरवरी माह का 1 महीने का 200 एपीएल परिवार के चावल के अफरा तफरी के मामले में जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही की कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी के निर्देश पर फूड इंस्पेक्टर ने राशन दुकान का जांच किया। जांच अधिकारी को हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें फरवरी में चावल नहीं दिया गया है जबकि खाद्य विभाग के आन लाइन साईट में हितग्राहियों को 25 फरवरी को चावल वितरण किया जाना दर्ज है।
मरवाही में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन दुकान का संचालन ग्राम पंचायत के द्वारा किया जा रहा है। यहां फरवरी माह के एपीएल राशन कार्ड धारियों के चावल के अफरा तफरी की शिकायत होने के बाद गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही की कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी के आदेशानुसार फूड इंस्पेक्टर एन एस राठौर के द्वारा राशन वितरण केंद्र में पहुंचकर मामले की जांच की गई एवं हितग्राहियों का बयान दर्ज किया गया तथा पंचनामा बनाकर एपीएल चावल वितरण रजिस्टर को जप्त किया गया।
इस दौरान फूड इंस्पेक्टर को राशन दुकान में स्टॉक रजिस्टर नहीं मिला। वे हितग्राहियों का बयान लेने के बाद उनके राशन कार्डों की फोटो कॉपी भी साथ ले गए। जिन हितग्राहियों का बयान लिया गया उनमें कमाल खान, मोहम्मद फरीद, राहुल नहरेल, तारा परस्ते, मुस्तरी बेगम, टंडन राम तिवारी, विनय चैबे,अनीस मसीह, अर्चना राय इत्यादि शामिल हैं।
शासन के साईट में फर्जी वितरण की आन लाइन एन्ट्री, रात में साढ़े 9 बजे तक एन्ट्री किया गया–राशन दुकानों में राशन कार्ड धारियों को जो भी राशन वितरित किया जाता है उसे शासन के नियमानुसार राशन दुकान के वितरण पंजी के साथ ही शासन के खाद्य विभाग की साइट में भी ऑनलाइन दर्ज किया जाता है। ग्राम पंचायत मरवाही के द्वारा 200 एपीएल राशन कार्ड धारियों को दिनांक 25 फरवरी 2020 को एक ही दिन में रात साढ़े 9 बजे तक चावल का फर्जी वितरण कागजों में करके खाद्य विभाग के साईट में आन लाइन एन्ट्री कर दिया गया था जबकि चावल का वितरण किसी को भी उस दिन नहीं किया गया था और इस तरह से साढ़े 9 बजे रात तक वितरण किसी भी माह में मरवाही में नहीं किया गया है।