आखिर पकड़ा गया चीता ओवान: अफ्रीका की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर किया रेस्क्यू, 5 दिन पहले कूनो नेशनल पार्क से भागकर फैला रखा था दहशत
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंचे चीता ओवान को अफ्रीका से आई स्पेशल टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कर पकड़ लिया है. चीते के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. दरअसल 5 दिन पहले नर चीता ओवान कूनो नेशनल पार्क से भाग गया था. पिछले 3 दिन से शिवपुरी जिले के बैराड़ तहसील क्षेत्र के जंगल से लगे रिहायशी इलाके में घूम रहा था. गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका से आई स्पेशल टीम ने बैराड़ तहसील क्षेत्र के डाबरपुरा-रामपुरा गांव के जंगल से रेस्क्यू ऑपरेशन कर चीते को पकड़ लिया है. ओवान को ट्रेंकुलाइज किया गया. रेडियो कॉलर से ओवान की लोकेशन ट्रेस की गई. हालांकि बार-बार कूनो के समीप स्थित गांव में ओवान पहुंच रहा था.
दरअसल बीते रविवार को यह चीता चार किलोमीटर दूर स्थित पार्वती बड़ौदा गांव के पास पहुंच गया. दोनों गांव के बीच होकर गुजर रही क्वारी नदी को पार करके यह यहां पहुंचा. मौके पर मौजूद वन कर्मी चीते की सुरक्षा के लिए उस पर नजर बनाए रखे. उन्होंने ग्रामीणों को भी दूर ही रोक दिया. ग्रामीणों का कहना था कि चीता हमारे गांव के पास खेतों पर आ गया है, कुछ लोग उसे दूर से देखकर खुश हो रहे है, तो ज्यादातर डरे हुए हैं. ऐसे कोई कदम उठाए ताकि चीते और और दूसरे जानवर रिहायशी इलाकों में न आ पाए.
इससे पहले मादा चीता ‘साशा’ (Sasha) की मौत हो गई थी. मादा चीता ‘साशा’ के अंतिम संस्कार के एक दिन बाद ही दूसरी मादा चीता ‘सियाया’ ने चार शावकों को जन्म दिया था. यह भारतीय भूमि पर 1947 के बाद जन्मे चीता के पहले चार शावक हैं. जिसके बाद श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) प्रबंधन 19 चीतों की 24 घंटे निगरानी कर रहा था. बावजूद ओबन चीता भाग गया.
बता दें कि मध्यप्रदेश 17 सितंबर को उस समय चीता स्टेट बन गया था. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने जन्मदिन (birthday) पर एक समारोह में श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में नामीबिया से आए 8 चीतों को छोड़ा था. छह महीने पहले कूनो नेशनल पार्क में चीतों को बसाया गया है. चार चीते खुले में घूम रहे हैं, तीन बड़े बाड़े में है और 12 चीते क्वारंटीन हैं. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार सभी चीतों की सेहत का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.