दो दिन पहले आई टीम ने कहा सुविधाएं बढ़ाएंगे जाते ही ट्रेने हो गई बंद ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 25.04.2022
डोंगरगढ़ – रेल विभाग की यात्री सुविधा की एक कमेटी दो दिन पहले ही डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन का परीक्षण करने आई थी इस दौरान लोगों ने उनसे ट्रेनों को शुरू करने का आग्रह किया था और टीम ने भी वाहवाही लुटने के लिए हां कह दिया । लेकिन शायद टीम को भी ये आभाष नहीं होगा कि रेलवे में उनकी बात की कोई अहमियत ही नहीं है ।
रेल प्रशासन ने छत्तीसगढ़ में 22 ट्रेनों के परिचालन को बंद कर दिया । इससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा । रेलवे के इस तुगलकी फरमान के बाद प्रदेश में जगह जगह इसका विरोध होने लगा है और लोग सड़को पर उतरने लगे हैं ।
डोंगरगढ़ में भी लोगों ने रेलवे के इस आदेश के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए रेल प्रशासन के खिलाफ रैली निकाली ।
कोरोना का बहाना लेकर सारी लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था किंतु अब केन्द्र और राज्य दोनो सरकारों के द्वारा सभी प्रकार के प्रतिबंध हटा दिया गया जिसके बाद एक्सप्रेस और सुपर फास्ट ट्रेनों का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन यहां पर भी आपदा को अवसर बनाते हुए रेल्वे प्रशासन की दोहरी नीति देखने को मिल रही है।
डोंगरगढ़ में एक्सप्रेस व सुपर फास्ट ट्रेनें रुक तो रही है लेकिन काउंटर टिकिट नही दी जा रही है यात्रियों को पहले से रिजर्वेशन करवाना पड़ रहा है जिससे साधारण टिकिट से अतिरिक्त पैसे लोगो को खर्च करने पढ़ रहे हैं उसी तरह लोकल ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है जिससे दैनिक यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है।
इन सभी समस्याओं को लेकर डोंगरगढ़ में खासी नाराजगी है इसलिए आज पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष तरुण हथेल दैनिक यात्रियों के साथ एस डी एम कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर बंद ट्रेनों को चालू करवाने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि एक तरफ यात्री सुविधा समिति की टीम ट्रेनों के परिचालन का आश्वासन देते हैं वहीं दूसरी तरफ अगले ही दिन रेल प्रशासन बंद करने का आदेश जारी करती हैं यह डोंगरगढ़ ही नही बल्कि पूरी छत्तीसगढ़ की जनता के साथ भद्दा मजाक है। यदि जल्द ही ट्रेनों का प्रारंभ नही किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा और सड़कों से ट्रेनों की पाटों तक पहुंचा जायेगा।