करगी रोडकोरबापेंड्रा रोडबिलासपुरभारतमरवाहीरायपुर

इंसानी संवेदनहीनता पर जानवरों की संवेदना भारी ।

दो घटनाओं के घटनास्थल पर पचास किमी की दूरी लेकिन करस्तानी एक सी ।

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 19.12.2021

बिलासपुर जिले के कोटा विकासखंड के लूफा और मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के सारिसताल गांव से जो खबर आई है वो दिल दहला देने वाली है । दोनों गांव के बीच की दूरी पचास किमी से ज्यादा है लेकिन जो खबर आई है वो एक सी है ।

लूफा – खेतों में मिला नवजा ।

दोनों जगह एक एक दिन के मासूम लावारिश हालत में लोगों को मिले है । कोटा के लूफा में भी कल एक नवजात खेत में मिला प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव वालों ने दोपहर के समय खेत की तरफ एक अपाचे को एक युवती और एक महिला के साथ जाते हुए देखा था । बाद में कुछ लोगों ने वहां बच्चे के रोने की आवाज सुनी । जानकारी के बाद जनपद सदस्य और पुलिस वहां पहुंची ।

सारिसताल – कुत्तों के समूहों में मिला नवजात ।

ऐसी ही एक घटना लोरमी विकासखंड के सारिसताल से भी सामने आई । यहां भी एक नवजात बच्चे को कुत्तों के बीच पाया गया । यहां भी किसी ने एक नवजात को पैरों के बीच वहां छोड़ दिया जहां एक कुत्ते ने अपने बच्चों को जन्म दिया था । सुबह सुबह गांव की ही एक महिला जब कुत्तों के बच्चो को देखने गई तो वहां इंसान के नवजात बच्चे को देखकर चौंक गई । इंसानी संवेदनहीनता के सामने जानवरों की संवेदना भारी साबित हुई । इंसान का बच्चा इन कुत्तों के बच्चों के बीच कितनी देर रहा पता नहीं लेकिन इन कुत्तों के बच्चों और उनकी मां ने इंसान के बच्चे को खरोंच तक नहीं आने दी इसीलिए कहते हैं मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है ।


बाद में गांव के सरपंच , कोटवार और अन्य लोगों ने पुलिस को खबर दी और नवजात को लोरमी के अस्पताल में भर्ती करवाया । इन दोनों घटनाओं ने इंसानी फितरत और संवेदनहीनता को जिस प्रकार से सामने लाया है उससे इतना तो पता चल गया कि इंसान जैसा मतलबी और मौका परस्त कोई नहीं है । जानवरों ने आज फिर इंसानों को संवेदना , प्यार और जतन का मतलब समझा दिया ।

Related Articles

Back to top button