
काम में गुणवत्ता नही और दरवाजा ऐसा कि मरीज क्या स्वस्थ आदमी भी न जा सके ।
सिर्फ नाम का वाटर हार्वेस्टिंग , पैसे खाने के लिए पुराने टाईल्स का ही इस्तेमाल ।
दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 07.07.2020
बेलगहना-लूफा वेलनेस सेंटर माॅडिफिकेशन का काम अपने अंतिम चरण पर है और ठेकेदार द्वारा काम निपटाने की जल्दी में सभी मानकों को दरकिनार कर थूक पालिश किया जा रहा है साथ ही कोविड काल की सावधानियों से बेपरवाह होकर बाहर से ऐसे मजदूरों को बुलवाकर काम करवाया जा रहा है जिनकी कोरोना जांच नही हुई है और वर्तमान समय में इस तरह से बाहर के मजदूरों को लाकर काम करवाने पर प्रतिबंध है जिससे पंचायत प्रतिनिधी और ग्रामवासी चिंतित है ।
जहां करोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है और करोना के संक्रमण को रोकने के लिए विभाग और प्रशासन ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं वही स्वास्थ्य विभाग के ही कार्य में भारी लापरवाही बरती जा रही है । दूसरी तरफ वेलनेस सेंटर के दरवाजे पर सीढ़ी न बनाकर सीधी ढालवाली फिसल पट्टी चिकने टाइल्स से बनाया गया है जिसके पीछे ठेकेदार की क्या सोंच हो सकती है ये नही पता पर यह स्पष्ट है कि इस काम का सुपरविजन संबंधित इंजीनियर द्वारा नही किया जा रहा है । इस फिसल पट्टी से होकर स्वस्थ आदमी भी चढकर अंदर नही जा सकता तो गर्भवती महिलाएं और मरीज, बुजुर्ग कैसे अंदर जाएंगे बता पाना मुश्किल है।
ठेकेदार द्वारा किये जा रहे कार्य के स्टीमेट का कोई डिस्प्ले बोर्ड भी नही लगाया गया साथ टाईल्स के रिपेयरिंग के नाम पर पुरानी टाईल्स को निकालकर फिर से वही टाइल्स लगाया जा रहा है वो भी बगैर गुणवत्ता के । वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम देखकर ऐसा लगता है कि ये बारिश के पानी जमा करने की व्यवस्था न होकर स्टीमेट से पैसे निकालने की व्यवस्था है।
आयुष्मान भारत योजना अन्तर्गत हेल्थ एण्ड वेलनेस के माडिफिकेशन में भ्रष्टचार का खेल नीचे से उपर तक चल रहा है क्षेत्र के सभी पीएचसी और एसएसचसी के माडिफिकेशन का यही हाल है। सारे वेलनेस सेंटरों में आधे अधूरे काम कर ठेकेदार के पैसे पूरे बन रहे सुपरविजन के लिए न तो सिविल इंजीनियर आता है न ही सीजी एमएससी से कोई गुणवत्ता निरीक्षण किया जा रहा है।
सीएमओ डा प्रमोद महाजन का कहना है कि हेल्थ एण्ड वेलनेस संेटर के माडिफिकेशन के काम देखने की जिम्मेदारी हमारी नही है सीजी एमएससी वालों को देखना है ये सब ।
क्षेत्र के जनपद सदस्य विद्यासागर का कहना है कि ये काम बहुत ही घटिया स्तर का हो रहा है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बिल्कुल ध्यान नही दे रहे । मै इसकी शिकायत जिला कलेक्टर और स्वास्थ्य मंत्री से करूंगा ।