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अचानकमार टाइगर रिजर्व से लगे जंगल में हुआ था भालू शिकार , विभाग शिकारियों को तो नहीं पकड़ पाई लेकिन आदिवासियों की कर दी पिटाई ।

वन विकास निगम की नर्सरी बनी टार्चर रूम ।

दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 29.5.2023

करगीरोड कोटा – अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों से लगे तेंदुवा बीट के पी 104 में 22 मई को एक भालू मृत अवस्था मिला था । बाद में पोस्टमार्टम से पता चला कि भालू की मौत शिकारी के तीन लगने से हुई है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद एटीआर और वन विकास के कर्मचारी शिकारी की पतासाजी में लग गए । विभाग ने शक के आधार पर करखा के कुछ आदिवासीयों 27 मई को उठाया और भैंसाझार स्थित वन विकास निगम के नर्सरी में ले आए ।


27 मई से कल दोपहर तक विभाग के कर्मचारियों ने इन आदिवासीयों को टार्चर करते रहे लेकिन आदिवासीयों ने अपराध कबूल नहीं किया ऐसे में कल दोपहर उन्हें छोड़ दिया गया । आज करखा के सभी आदिवासी गंाव के अन्य लोगों के साथ कोटा थाने अपने उपर हुए अत्याचार की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे जहां से उन्हें रतनपुर थाने का मामला कहकर रतनपुर भेज दिया गया ।


प्राप्त जानकारी के अनुसार भालू के शिकार मामले में विभाग ने करखा पंचायत के लूमन बैगा , रामसिंह बैग ,वीर सिंग बैगा को 27 मई की रात को उनके घरों से उठाया और वन विकास निगम के नर्सरी ले आए जहां पर उनके द्वारा उनसे मारपीट की गई । आदिवासीयों ने विभाग के कुछ कर्मचारियों पर अपने उपर हुई ज्यादती का आरोप लगाया ।

डॉक्टर निखलेश गुप्ता खंड चिकित्सा आधिकारी ने बताया कि “इलाज किया गया है चोट है जांच की जा रही हैं ।”
वैभव साहू प्रोजेक्ट रेंज ऑफिसर वन विकास निगम ने बताया की “हम लोगों के द्वारा मारपीट नहीं की गई है ।”

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