नियम विरूद्ध सौ प्रतिशत दिव्यांग सहायक प्राध्यापक का भी कर दिया स्थानान्तरण ।
विभाग को मानवता दिखाते हुए इनका स्थानान्तरण निरस्त कर देना चाहिए ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 13.10.2022
रायपुर –उच्च शिक्षा विभाग ने अपने विभाग में स्थानान्तरण क्या किए एक एक करके उसके द्वारा किए गए नियमों के उल्लघंन और गड़बड़ीयों के मामले सामने आने लगे । उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा किए गए उटपटांग स्थानान्तरण की ये तीसरी खबर है जो हम आज प्रकाशित कर रहे हैं ।
पहली दो खबरों में जहां उच्च शिक्षा विभाग के निकम्मेपन को बताया गया था वहीं आज की खबर उससे भी आगे की है । आज की खबर विभाग के मानवीय पहलु के घोर उल्लघंन और असंवेदशीलता को दर्शाति है । वैसे भी हमने पहले ही कहा है कि विभाग के पास अपने कर्मचारियों की कोई जानकारी ही उपलब्ध नहीं है यदि होता तो ना वे रिटायर्ड कर्मचारियों का स्थानान्तरण करते , ना ही प्राध्यापकों के विषय बदले जाते और ना ही नियमों के विरूद्ध परिवीक्षा अवधी के लोगों के ही ट्रांसफर करते ।
आज जो खबर हम प्रकाशित कर रहे हैं उससे हर संवेदनशील व्यक्ति यहीं कहेगा कि ऐसे स्थानान्तरण को उच्च शिक्षा विभाग को मानवीय आधार पर निरस्त कर देना चाहिए ।
विभाग ने शासकीय टी सी एल स्नातकोत्तर महाविद्यालय जांजगीर में रसायन शास़्त्र के सहायक प्राध्यापक डा के के मिश्रा जो कि सौ प्रतिशत दिव्यांग हैं उन्हें भी जांजगीर से रायगढ़ स्थानान्तरित कर दिया गया है । इसी प्रकार इसी महाविद्यालय से एक और दिव्यांग सहायक प्राध्यापक आर के चंद्रा जो अभी परीविक्षा अवधी में भी हैं उन्हें भी जांजगीर से सीतापुर सरगुजा स्थानान्तरित कर दिया गया है ।
विभाग को संवेदनशीलता दिखाते हुए इन दोनों सहायक प्राध्यापकों के स्थानान्तरण को मानवीय संवेदना के साथ निरस्त करना चाहिए जिससे इनके साथ न्याय हो सके और विभाग की भी संवेदनशीलता सामने आए ।