महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए काम करने वाले विभाग के विवादास्पद अधिकारी सुरेश सिंह पर प्रतांडना का आरोप ।
जिले में कई साल से डटे है सुरेश सिंह , कई शिकायतों के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही ।
दबंग न्यूज लाईव
रविवार 11.07.2021
बिलासपुर – महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण पर काम करने वाले महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह पर विभाग की ही एक महिला सुपरवाईजर ने प्रतांडना के आरोप लगाए हैं । महिला सुपर वाईजर का कहना है कि जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह उन्हें आर्थिक और मानसिक ढंग से प्रतांडित कर रहे हैं । शिकायत के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक दिव्या मिश्रा ने एक तीन सदस्यी जांच कमेटी का गठन करके 15 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट देने की बात कही है ।
ये पहला मौका नहीं है जब बिलासपुर जिले का महिला बाल विकास विभाग विवादों के घेरे में आया है । इसके पहले भी जिले में बच्चों और महिलाओं के लिए बनने वाला पोषण आहार डेयरी में बिकते मिला है और हमने उस खबर को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है । लेकिन पैसों के दम पर सुरेश सिंह सारे मामलों को सलटा लेता है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर के विवादास्पद जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह के द्वारा सरकंडा जोन की एक सुपरवाईजर को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है जिसकी शिकायत सुपरवाईजर ने विभाग को की थी । प्राप्त जानकारी के अनुसार सुपरवाईजर अणिमा मिश्रा की तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने करोना का वैक्सीन नहीं लगवाया था इस बात को लेकर सुरेश सिंह ने उन्हें बैठक से भी बाहर कर दिया था तथा उनकी सैलरी भी रोक दी थी ।
सुपरवाईजर अणिमा मिश्रा ने अपनी बिमारी के सारे दस्तावेज जिला कार्यक्रम अधिकारी को सौंपे थे उसके बाद भी दुर्भावनावश उनकी डयूटी शहर से दूर दूर के सेक्टरों में लगाई जा रही थी तथा बेवजह उन्हें परेशान किया जा रहा था । इस बात की शिकायत सुपरवाईजर ने कलेक्टर तक से की थी लेकिन कोई नतीजा ना निकलने के बाद उन्होंने उच्च अधिकारियों से इस बात की शिकायत की ।
कमेटी में होंगे ये – जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह पर लगे गंभीर आरोपों की जांच के लिए विभाग ने एक तीन सदस्यी उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है । इस कमेटी की अध्यक्षता संचालनालय में पदस्थ उप संचालक आर जे कुशवाहा और सदस्य के रूप में महिला प्रशिक्षण संस्थान में पदस्थ उप संचालक निशा मिश्रा और सहायक संचालक अभिलाषा बेहार शामिल हैं । कमेटी को पंद्रह दिन के अंदर पूरे मामले की जांच करके विभाग को सौंपना है । इस जांच रिपोर्ट के बाद सुरेश सिंह पर क्या कार्यवाही होती है ये देखना होगा ।