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खुलासा -बिना इंश्योरेंस के चल रही अचानकमार टाईगर रिजर्व की सफारी गाड़ियां ।

पर्यटकों को सफारी कराने वाली सभी गाड़ियों के इंश्योरेंस सालों पहले खतम ।
करोड़ों का बजट फिर भी गाड़ियों का इंश्योरेंस नहीं ।

 

दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 03.12.2021

संजीव शुक्ला

बिलासपुर – एक कहावत है जंगल में मोर नाचा किसने देखा । यदि अचानकमार टाईगर रिजर्व के संदर्भ में इस कहावत का अर्थ निकाला जाए तो कहा जा सकता है जंगल के अंदर चल रही गाड़ियों के बारे में किसे पता । लेकिन दबंग न्यूज लाईव ने जब अचानकमार टाईगर रिजर्व में सफारी में चल रही सात गाड़ियों की तहकीकात की तो ये चौकाने वाला सच बाहर आया कि यहां कि सभी सफारी जिप्सी का इंश्योरेंस सालों पहले खतम हो चुका है । याने जंगल के अंदर गई गाड़ियों से कोई दुर्घटना हो जाती है तो इसकी जवाबदारी किसी की नहीं होगी । पर्यटक अपने रिश्क पर सफारी का आनंद लें ।


अचानकमार टाईगर रिजर्व एरिया में पर्यटकों को घुमाने के लिए एक 24 सीटर बस के अलावा 7 जिप्सी है । इसमें से तीन जिप्सी व्यक्ति विशेष के नाम पर है तो बाकी गाड़ियां वन प्रबंधन समिति के नाम पर है । लेकिन अंचभे की बात की इन सभी सफारी गाड़ियों का इंश्योरेंस सालों पहले खतम हो चुका है फिर भी ये गाड़ियां फर्राटे भरते हुए टाईगर रिजर्व के अंदर ओैर शहरों में घुमते नजर आ जाती है ।


टाईगर रिजर्व में करोड़ों का बजट आता है । वन प्रबंधन समिति के पास भी लाखों के बजट आते हैं लेकिन अधिकारियों को इस बजट का उपयोग वन्य प्राणियों की सुरक्षा , उनके उचित प्रबंधन और सफारी गाड़ियों के रख रखाव के लिए नहीं बल्कि निर्माण कार्यो में उपयोग करने में मजा आता है । अब जंगल के अंदर कैसे निर्माण कार्य हो रहे हैं ये भी देखने की मनाही है , आप अंदर जा ही नहीं सकते क्योंकि ये टाईगर रिजर्व एरिया है ।


दबंग न्यूज लाईव ने अचानकमार टाईगर रिजर्व एरिया में चल रही सभी सफारी गाड़ियों का डिटेल निकाला तो ये चौंकाने वाली जानकारी सामने आई । अचानकमार टाईगर रिजर्व में एक 24 सीटर बस है जो शिवतराई में खड़े रहते है । इसका नम्बर है CG 28 H 7349 जो वन प्रबंधन समिति के नाम रजिस्टर्ड है इस गाड़ी का बीमा 10 अप्रेल 2019 को समाप्त हो गया है और तो और मुंगेली आरटीओ ने इस बस को ब्लेैक लिस्टेड कर दिया है फिर भी जानकारी के अनुसार ये बस पर्यटकों को सफारी कराती है ।


इसी प्रकार CG 28 H 9369 जिप्सी जागृति महिला स्व सहायता समुह के नाम से रजिस्टर्ड है इस गाड़ी का भी इंश्योरेंस 11 जून 2019 का खतम हो चुका है । जिप्सी क्रमांक CG 28H 6037 भी वन प्रबंधन समिति के नाम पर रजिस्टर्ड है इसका इंश्योरेंस भी 31 जनवरी 2021 को समाप्त हो चुका है । जिप्सी क्रमांक CG 28 H 6038 ये भी वन प्रबंधन समिति के नाम पर है जिसका इंश्योरेंस 22 फरवरी 2019 को समाप्त हो चुका है । जिप्सी क्रमांक CG 28 H 6120 ये भी वन प्रबंधन समिति के नाम है और इसका इंश्योरेंस भी 27 फरवरी 2021 को समाप्त हो चुका है । इसके अलावा CG10 N 1376 प्रेमलाल के नाम पर है और इसका इंश्योरेंस नवम्बर 2013 से खतम हो चुका है । जिप्सी क्रमांक CG10 N 0637 राम सिंह के नाम पर है और इसका इंश्योरेंस जनवरी 2021 को समाप्त हो चुका है । जिप्सी क्रमांकCG10 N 0727 देवकुमार बैगा के नाम पर है और इसका इंश्योरेंस भी जनवरी 2021 को समाप्त हो चुका है ।

अचानकमार टाईगर रिजर्व के द्वारा अपनी सफारी गाड़ियों के प्रति ये उदासिनता समझ से परे है । या ये भी हो सकता है कि एटीआर इन गाड़ियों के रखरखाव और मेंटनेंस पर ध्यान ही नहीं देता । अब ये भी पता लगाना होगा कि इन सालों में एटीआर और वन प्रबंधन समिति ने इस सफारी से कितनी कमाई की और इनके मेंटनेंस पर कितना खर्च किया । और ये भी पता करना होगा कि आखिर विभाग ने इन गाड़ियों का बीमा क्यों नहीं करवाया ।

अचानकमार टाईगर रिजर्व के डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा से जब इस बारे में बात की गई तो – पहले उनका कहना था कि सरकारी गाड़ी का इंश्योरेंस नहीं होता लेकिन जब उनका ध्यान दिलाया गया कि गाड़ीयां सरकारी 02 सीरिज की नहीं है तो उन्होंने कहा कि इस बारे में जानकारी ली जाएगी । उन्होंने कहा कि – इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी और वन समिति ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया । समिति के आवक में से ही इसका इंश्योरेंस के लिए लिखा जाएगा ।

 

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