
जनपद सदस्यों में आक्रोश कहा क्या ऐसे ही होगा काम ।
देर शाम सीईओ ने आकर लिया ज्ञापन लेकिन अनशन तोड़ने में पहल नहीं ।
दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 23.12.2020
करगीरोड कोटा – जनपद पंचायत कोटा के लगभग नौ जनपद सदस्य कल ठिटुरती ठंड में अपनी मांगों को लेकर भुख हड़ताल पर बैठे हैं लेकिन दो दिनों में किसी अधिकारी को इनकी बात सुनने की फुरसत नहीं मिली । अधिकारियों का कहना है कि हमने जांच के लिए लिख दिया है जांच हो जाएगी । माना जांच हो जाएगी लेकिन क्या इंसानियत के नाते अधिकारियों का ये फर्ज नहीं बनता कि महिला जनपद सदस्यों के पास जाकर दो मिनट बैठे और उनसे बात करके उनका अनशन खतम करवाए ।
पीपरतराई और तेंदुवा पंचायत में हो रहे आर्थिक अनियमितता तथा सचिवों के व्यवहार को लेकर जनपद सदस्य कल से अनशन पर हैं लेकिन लगता है अब ऐसे अनशन ,हड़ताल और आंदोलनों का अधिकारियों और शासन पर कोई असर नहीं होता । वो दिन लद गए जब अंग्रेजों के जमाने में एक अनशन के बाद अंग्रजी शासन में हडकंप मच जाता था लेकिन अब अपने ही देश में अपने ही लोगों पर इसका कोई असर नहीं होता । किसान और जनपद सदस्यों के अनशन के बाद तो यही दिख रहा है ।
आक्रोशित जनपद सदस्या ने कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष से भी इस बारे में बात की और अपनी नाराजगी जताई कि दो दिन से वे अनशन पर है किसी अधिकारी ने अभी तक उनसे ना बात की ना ही उनका आवेदन लिया । जनपद सदस्य इतने आक्रोशित थे कि जनपद सीईओ को भी हटाने की मांग करने लगे ।
देर शाम जनपद सीईओ अनशन स्थल पर पहुंची और जनपद सदस्यों की तरफ से ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष ने ज्ञापन सौंपा लेकिन जनपद सदस्य इस बात पर अड़े थे कि कोई सक्षम अधिकारी आए ज्ञापन ले और उन्हें आश्वासन दे कि जल्द ही जांच करवाई जाएगी । जनपद सीईओ ने आश्वासन दिया कि जांच के लिए लिख दिया गया है तेंदुवा जांच टीम जा रही है और जांच प्रतिवेदन दे दिया जाएगा ।
इस बीच जिला पंचायत से पांच सचिवों का स्थानान्तरण कर दिया गया है जिसमें पीपरतराई के विवादास्पद सचिव दुर्जन साहू का भी नाम है । दुर्जन साहू के स्थानान्तरण को लेकर जनपद सदस्य अश्वनी टोडर ने आरोप लगाया कि जब उक्त सचिव के उपर जांच कराने की बात चल रही है तो फिर उसका स्थानान्तरण यहां से क्यों कर दिया गया ।
दो दिन से भूख हड़ताल पर बैठे जनपद सदस्यों का अनशन तुड़वाने के लिए किसी भी अधिकारी ने अभी तक कोई पहल नहीं की है । देखना होगा ऐसी ठंड में भूख हड़ताल के अनशन पर बैठे जनप्रतिनिधि क्या रूख अपनाते हैं । क्योंकि पिछले दो दिन महिलाएं भी यहां भुख हड़ताल पर हैं ।
जनपद सीईओ संध्यारानी कुर्रे ने कहा कि – मैने कल भी उनसे चार पांच बार बात की और आज भी किया है । उनकी जांच की मांग पर तेंदुवा पंचायत की जांच करवाई गई है कल प्रतिवेदन भी आ जाएगा । बाकी जांच तो होते ही रहती है , हो भी रही है ।
समाचार लिखने के समय ये खबर आने लगी कि जनपद सदस्यों ने जांच की मांग के आश्वासन के बाद अपना अनशन तोड़ दिया है ।