सरकार ने अस्पताल की ईमारत तो बना दी लेकिन अपने कर्मचारियों को नहीं सुधार पाई ।
दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 17.12.2020
जांजगीर ब्यूरो
सक्ती – जांजगीर जिले के सक्ती विकासखंड केें पोरथा पंचायत में सरकार ने लाखों रूपए खर्च करके ग्रामीणों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अस्पताल का निर्माण करवा दिया । अस्पताल बना तो गांव के लोगों को लगा कि अब उनकी बिमारी दूर हो जाएगी और स्वास्थ्य सेवाएं उन्हें अपने ही गांव मे उपलब्ध हो जाएगी । लेकिन पोरथा का अस्पताल पिछले दो माह से डाक्टर विहिन है यानी पिछले दो माह से यहां डाक्टर ही नहीं है । और जब डाक्टर ही नहीं है तो फिर बाकी कर्मचारियों की भी बल्ले बल्ले हो गई है । कोई भी कर्मचारी समय पर अस्पताल नहीं पहुंचता जिससे ग्रामीणों को काफी असुविधा होती है ।
यहाँ के अधिकतर कर्मचारी स्थानीय है जो समय में भले ना आए लेकिन समय से पहले भागने में माहिर हैं कई तो लंच के बाद आना भी जरूरी नहीं समझते । जबकि स्थानीय होने के नाते होना ये चाहिए कि क्षेत्र वासियों की सेवा में अधिक समय दें , लेकिन इन्हें जन सेवा से कोई सरोकार नहीं इन्हे तो सैलरी समय पर मिलने से मतलब इनके अलावा ये अपने व्यवहार से लोगों में आक्रोश बढ़ाने का भी काम कर रहे हैं । कर्मचारियों के इस रवैये से क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है ।
ग्रामीणों को अब दो माह पहले तक यहां तैनात डॉ गभेल की कमी खल रही है वे इस क्षेत्र के वासियों में अपने कुशल व्यवहार, शालीनता व मधुरभाषी से जनताओं के दिलों में जगह बना लिए थे । गांव के लोगों की मांग है कि डा गभेल को ही यहां फिर से लाया जाए ।