विडंबना (irony) ठेकेदार को हो चुका है चुका है अग्रिम राशि ,भ्रष्टाचार की जांच हो तो खुलेंगे कई राज ।
निष्क्रिय नगरीय प्रशासन..निरीह जनता , नगरीय प्रशासन की अकर्मण्यता से नागरिकों में रोष
पंडरिया 23 अक्टूबर 2021 – के नागरिक आशावादी हैं , उन्हें यकीन होता है कि शासन की घोषित योजनाएं उनके हित मे आज नही तो कल होगा । उनके इसी भरोसे को तोड़ देते हैं प्रशासनिक अधिकारी उनके मातहत और कुछ छुटभैये वर्ग के नेता । सब की बल्ले बल्ले होती है , पर निरीह जनता भेड़ बकरियों की तरह योजनाओं के चारे को ताकती रह जाती है ।
पंडरिया की गैर जिम्मेदार नगरीय प्रशासन अब तक नगर के एकमात्र अतिआवश्यक सड़क को नही बनवा पा रही है । इस सड़क का निर्माण शुरू होते ही खेल फाइनल स्टेज तक भी पहुंच गया है । मिलीभगत के इस खेल की बानगी देखिए कि सन 2018-19 मे नगर के गांधी चौक से महामाया मन्दिर , कुशालबन्द , समरूपारा , गोपिबन्द से होते हुए इलाहाबाद बैंक तक लगभग डेढ़ किलोमीटर की सड़क के लिए एक करोड़ छप्पन लाख की राशि स्वीकृत हुई थी । इस सड़क को बनाने वाले ठेकेदार ने पूरी राशि अग्रिम लेकर बनाने की शर्त रखी थी । काम शुरू हुआ , कहीं बेस डाले गए कुछ मरम्मत का काम हुआ ।
चेक पर चेक कटते गए और सड़क की राशि हजम हो गई। बमुश्किल दस प्रतिशत हुए इस काम मे लगभग 75 प्रतिशत राशि का आहरण किया जा चुका है जबकि शेष 25 प्रतिशत की राशि से पूरे सड़क का निर्माण होना है ।
अब अगर नगर पंचायत गुणवत्ता हीन सड़क का निर्माण करती है जैसा कि लाजमी है ( फ़ोटो देखें) तो क्या अब भी वर्षों से एक अदद सड़क को तरसती जनता अपनी आँखों के सामने भ्रस्टाचार का तमाशा देखेगी ..? एक आश्चर्य तब होगा जब मात्र 25 प्रतिशत बची राशि से नगर पंचायत और उसके ठेकेदार इस सड़क को नगर की जनता के मंशानुरूप बना सके …!
पूर्व में डाले गए बेस सड़को से गायब हैं तब किस पर सड़क बनेगा । जनप्रतिनिधियों तथा वार्ड पार्षदों के रुख भी इस पर उदासीन नजर आता है । नगर पंचायत में इंजीनियर भी नही है जो कार्याे की गुणवत्ता , भौतिक सत्यापन या किसी विभागीय कार्य को संपादित करें । नगर के सभी वार्डों में फैली बेशुमार गन्दगी से नगरीय प्रशासन को कोई वास्ता नही है । सड़को गलियों सार्वजनिक स्थानों में फैली गंदगी , बेखौफ विचरण करते आवारा पशु , साप्ताहिक बाजार की गंदगी , सड़कों में चांद की तरह गढ्ढे इस नगर की खास उपलब्धि है ।
नगरीय प्रशासन को पूर्व में भाजयुमो ने ज्ञापन देकर शीघ्र ही सड़क के निर्माण करवाने का आग्रह किया था इस पर नगरीय प्रशासन उदासीन है । 21 अक्टूबर को नगर की भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा ने लामबंद होकर नगरीय प्रशासन के खिलाफ रैली निकाली और अनुविभागीय अधिकारी को नगर की समस्याओं के निराकरण हेतु ज्ञापन सौंपा । महिला मोर्चा द्वारा सौपे गए इस ज्ञापन में गांधी चौक से इलाहाबाद बैंक तक डामरीकृत सड़क का शीघ्र निर्माण , लगभग 700 लोगो के लंबित आबादी पट्टे का वितरण , अनेक वार्डों में जलभराव वाली जगहों पर नालियों का निर्माण दिवाली से पूर्व प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों की बकाया किश्त की राशि का भुगतान , दो वार्डों को मिलाकर एक राशन दुकान की व्यवस्था आदि विषयों पर ज्ञापन सौंपा है ।
शीघ्र कार्य नही करवाये जाने पर आंदोलन और घेराव की चेतावनी दी गई है ।अब देखना यह है कि ठेकेदार और नगरीय प्रशासन किस फंड से यह निर्माण करवाते हैं ..क्योकि सड़क का फंड तो हजम हो गया है …!!