देना था रोजगार लेकिन दे रहे बिमारी , वेलकम डिस्टलरी क्षेत्र के लिए वरदान या अभिशाप ।
शराब फैक्ट्री की चिमनी से निकला धुआं एवं राखड़ हवा में मिलकर फसल और खेत को प्रभावित कर रहा
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 27.11.2023
करगीरोड कोटा – किसी क्षेत्र में यदि कोई उद्योग कारखाना लगता है तो समझा जाता है कि उस क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी ,लोगों के जीवन स्तर में बढ़ोत्तरी होगी और वो क्षेत्र विकास की गति पकड़ेगा लेकिन जब ऐसे उद्योगों से रोजगार और आर्थिक स्तर की जगह बिमारी ,परेशानी , सेहत पर असर और पर्यावरण के साथ ही कृषि क्षेत्र में नुकसान होने लगे तो फिर सवाल उठता है कि ऐसा उद्योग क्षेत्र के लिए वरदान है या अभिशाप ।
ऐसा ही एक उद्योग वेलकम डिस्टलरी कोटा विकासखंड के छेरकाबांधा ग्राम पंचायत में स्थापित है जहां से निकलने वाले राखड़ ,धुंए और प्रदुषित पानी ने लोगों के स्वास्थ्य पर विपरित असर डालने के साथ ही पर्यावरण और कृषि योग्य भूमि को भी नुकसान पहुंचाया है ।
गांव के लोगों ने इसके बारे में कई बार उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की है लेकिन अधिकारियों ने इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया । ये माना कि इस स्थापित कारखाने को हटाना या बंद करना उनके बूते की बात नहीं है लेकिन इतना तो हो ही सकता है कि यहां से निकलने वाले प्रदुषित धुंए ,गंध और पानी को कम करने की दिशा में कदम उठाने प्रबंधन को कहा जा सकता है ।
वेलकम डिस्टिलरीज शराब फैक्ट्री की चिमनी से निकला धुआं एवं राखड़ हवा में मिलकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं और गंदे पानी से फसलें बर्बाद हो रही है फैक्ट्री से निकलते प्रदूषण से फसलें तो खराब हो रही हैं, साथ ही आस पास के इलाके में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है । चिमनी से निकले राखड़ हवा में घुलकर खेत और फसलों में जम जाते है जिससे किसानों को फसल काटते समय राखड़ डस्ट उडकर आंखों में चला जाता है आंख में राखड़ डस्ट के जाने से जलन की समस्या होती है स और खेतों में पूरा राखड़ जमा हो जाता है खेत पूरा काला हो जाता है और फसल भी कम होती है ग्रामवासियों ने कई बार स्थानीय प्रशासन से शिकायत भी की है, लेकिन कोई असर नही हुआ तो वहीं पर्यावरण और प्रदुषण नियंत्रण विभाग भी पल्ला झाड़ लेते है जिससे ग्रामीणों आक्रोष पनप रहा है ।
ग्रामीणों नें बताया कि ग्राम पंचायत छेरकाबांधा में वेलकम फैक्ट्री से लगभग 50 एकड़ खेती प्रभावित होती है दुसरी ओर प्लांट के आसपास सब्जी भाजी लगाने वाले किसान भी इससे प्रभावित है जो राखड़ डस्ट और प्रदुषण की मार झेल रहे है और सबसे अधिक धान की फसल लगाने वाले किसान i
स्थानीय निवासी पंचराम साहू एवं अन्य ग्रामवासियों नें बताया कि फैक्ट्री की चिमनी से निकले राखड़ से फसल काटनें में बहुत दिक्कत होती है आंख में राखड़ के डस्ट चले जाते है जिसकी वजह से कुछ जगह की फसल भी छोड़ देते है इसके साथ ही फसल की पैदावार में भी फरक पडा़ है खेत में राबिस जमा होने के कारण स वेलकम प्रबंधन की मनमानी के चलते स्कूली बच्चे भी बदबू से परेशान थे तालाब में गंदा पानी बहाने कई समाचार मिडिया में आने के बाद तहसीलदार साहब नें जांच की थी जो सही पाया गया था लेकिन वेलकम के रसूख के चलते कुछ नही हुआ स अचार सहिंता हटने के बाद हम ग्रामवासी उपर तक शिकायत करेंगे i