
पंचायत के पैसे को अपना समझना पड़ा भारी ।
सचिव के बिना सचिव की बिना जानाकरी डीएससी करवा लिया था सीईओ ने , सचिव ने किया था शिकायत ।
दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 20.07.2021
बिलासपुर – पंचायत के पैसों पर बुरी नजर रखना और उसे अपना समझ कर अपनी जेब में डाल लेना जनपद सीईओ के साथ ही सरपंच और अन्य लोगों को भारी पड़ गया है । इस फर्जीवाड़े के आरोप में पुलिस ने जनपद पंचायत के सीईओ केा गिर्फतार कर लिया है तो वहीं पूर्व सरपंच और अन्य फरार हैं ।
मामला मस्तुरी जनपद पंचायत का है पचपेडत्री पुलिस ने फर्जीवाड़ा कर पंचायत के खाते से राशि निकालने के मामले में मस्तुरी जनपद पंचायत के पूर्व सीईओ डी आर जोगी को गिरफतार कर जेल भेज दिया है तो वहीं ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच समेत पांच लोग अभी भी फरार हैं ।
एडिशनल एस पी रोहित झा ने जानकारी दीकि पिछले पांच फरवरी को मस्तुरी जनपद पंचायत की लेखापाल गायत्री गुप्ता ने कोकड़ी ग्राम पंचायत के खाते से सात लाख रूपए के फर्जीवाड़े की शिकायत की थी । उन्होंने बताया कि गांव के सचिव इतवारी राम खुंटी ने विभाग में शिकायत की थी कि उनके हस्ताक्षर के बिना खाते से सात लाख उन्तिस हजार रूपए निकाल लिए गए हैं । इस शिकायत के बाद पंचायत विभाग के उपसंचालक ने मामले की जांच की ।
जांच में पता चला कि जिला पंचायत में पदस्थ सहायक प्रबंधक विजय जायसवाल ,मस्तुरी जनपद पंचायत के तत्कालीन सीईओ डी आर जोगी , तत्कालीन सरपंच डिलेश कुमार पटेल व मस्तुरी जनपद पंचायत के लिपिक सुरेश कुंभज ने सात लाख 29 हजार की राशि फर्जीवाडा करते हुए गायत्री ट्रेडर्स चांपा के खाते में जमा करवाई और इस लेन देन को कम्प्यूटर से डिलिट भी कर दिया ।
लेखापाल की शिकायत पर पचपेडी पुलिस ने जिला पंचायत में पदस्थ सहायक प्रबंधक विजय जायसवाल ,मस्तुरी जनपद पंचायत के तत्कालीन सीईओ डी आर जोगी तत्कालीन सरपंच डिलेश कुमार पटेल व मस्तुरी जनपद पंचायत के लिपिक सुरेश कुंभज के खिलाफ धारा 120 बी ,34 ,420 के तहत जुर्म दर्ज किया । जनपद सीईओ को उनके निवास से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया है जबकि बाकी फरार लोगों की तलाश जारी है ।