चौदहवें और पंद्रहवे वित्त में हुआ लाखों का गड़बड़झाला ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 28.02.2022
मरवाही – एक ग्राम पंचायत की सरपंच और सचिव ने मिल कर पंचायत में आए चौदहवें और पंद्रहवें वित्त की राशि में ऐसा बंदरबाट किया कि लोग अंचभित रह गए । इस ग्राम पंचायत की सरपंच ने अपने भतीजे के खाते में पंचायत के आठ लाख से ज्यादा की राशि जमा करवा दी तो यहां की सचिव ने भी अपने शिक्षक पति के खाते में पैसे ट्रांसफर करवा दिए । भ्रष्टाचार का ये अजीबोगरीब मामला सामने आया है मरवाही जनपद पंचायत के सेमरदर्री ग्राम पंचायत से । और इस पूरे मामले की शिकायत जिले की महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष ममता पावेल ने अधिकारियों से की है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सेमरदर्री की सरपंच अमशिया भानू और सचिव संगीता कौशिक ने ने अपने भतीजे और पति के नाम से पंचायत में आए 14 वें और 15 वें वित्त की राशि को अंतरित कर दिया है । सरपंच अमशिया भानू ने अपने भतीजे सत्यम भानू के नाम पर टेंट का लगभग आठ लाख इकतालिस हजार एक सौ पांच रूपए विभिन्न कार्यो को दिखाते हुए ट्रांसफर करवाए हैं वहीं सरपंच से एक कदम आगे बढ़ते हुए सचिव संगीता कौशिक ने अपने शिक्षक पति दीपक दास कौशिक के खाते में भी पंचायत की 12 हजार की राशि जमा करवा दी गई है ।
इस पूरे मामले की शिकायत जिला महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष ममता पावले ने जनपद सीईओ , एसडीएम और कलेक्टर से जांच कर कार्यवाही करने हेतु पत्र दिया है ।
दबंग न्यूज लाईव से बात करते हुए ममता पावले ने बताया कि – सेमरदर्री में पंचायत में आए फंड में काफी भ्रष्टाचार किया गया है । सरपंच ने अपने भतीजे और सचिव ने अपने पति जो कि शासकीय सेवा में पदस्थ हैं के नाम से राशि का आहरण कर लिया है । मैने इस बारे में शिकायत की है जिसकी जांच के लिए अधिकारी लोग आए थे ।
सेमरदर्री के सरपंच पति से जब इस पूरे मामले में बात की गई तो उनका कहना था कि – जो भी आरोप लगाए गए हैं वो निराधार व झुठे हैं जांच टीम आई थी और कहीं भी कोई गड़बड़ी नहीं मिली । सिर्फ एक ट्रांजेक्शन त्रुटीवश गलत हो गया है जिसमें हेण्डपम्प के लिए खरीदी गई सामग्री का भुगतान सचिव ने अपने पति के नाम से कर दिया है ओैर सचिव ने जांच टीम के सामने इस बारे में बयान देते हुए कहा कि गलती से ऐसा हुआ है और आगे इस प्रकार की त्रुटी नहीं होगी ।
हमने इस बारे में जांच अधिकारी नायब तहसीलदार प्रशांत गुप्ता से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उनका नम्बर बंद बता रहा था इसलिए उनसे इस बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई । अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार जांच टीम का कहना है कि काम तो हुआ है लेकिन भुगतान गलत हुआ है । देखना होगा इस पूरे मामले में क्या कार्यवाही होती है ।