पिपरतराई पंचायत में एलईडी जांच के समय सचिव ने कहा – मैं सचिव हूं जो मेरा मन होगा वो करूंगा ।
जनपद सदस्य ने लगाया आरोप जांच टीम के एक सदस्य सेटिंग में लगे ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 01.03.2021
करगीरोड कोटा – कोटा जनपद के पिपरतराई में एलईडी का जिन्न लगता है अभी बोतल में बंद होने वाला नहीं है ,क्योंकि रह रह कर इस बोतल से धुंआ निकलते जा रहा है । जनपद सदस्य की शिकायत के बाद जनपद सीईओ ने यहां के लिए एक जांच टीम का गठन कर दिया था और जांच टीम ने पिछले दिनों अपने छह घंटे की जांच भी पूरी कर ली है अब बस जांच टीम को अपना प्रतिवेदन जमा करना है । लेकिन इस बीच एलईडी लाईट के फाईल से फिर जिन्न बाहर आ गया है ।
जनपद सदस्य अश्विन टोडर ने जांच टीम के एक सदस्य इंजिनियर कुर्रे पर आरोप लगाया है कि वो जांच को प्रभावित कर रहे थे तथा मामले को दबाने में लगे थे । जनपद सदस्य अश्विन टोडर ने यहां से पूर्व सचिव दुर्जन साहू पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व सचिव दुर्जन साहू का कहना है कि मैं सचिव हूं मेरा जो मन होगा वो मैं करूंगा ।
जांच टीम के सदस्य इंजिनियर कुर्रे का एक विडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वो स्वयं कह रहे हैं कि मुझे तो लाईट के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है । जब जांच टीम के सदस्य खुद ये कहने लगे तो फिर जांच कैसी हुई होगी समझा जा सकता है ।
बहरहाल अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार जांच टीम आज अपना प्रतिवेदन जनपद सीईओ को सौंप सकती है । जिसके बाद ही पूरा मामला समझ आएगा कि जांच टीम ने कितने बिंदुओं पर अपनी जांच की है और जांच में क्या पाया है ।
जनपद सदस्य अश्वनी टोडर का कहना था – एलईडी लाईट की फाईल में कई गड़बड़ी है और कोई भी एक बार में इन गड़बड़ियों को पकड़ सकता है । जब इस्टीमेट और एसओआर में ही 40 वाट के बल्ब की किमत 2900 के लगभग है तो फिर पंचायत ने 9300 सौ रूपए कैसे भुगतान कर दिए? जांच तो इसी बिंदु पर हो जाए तो सब मामला सामने आ जाएगा ।
बहरहाल जांच प्रतिवेदन के बाद देखना होगा जांच टीम ने पंचायत को क्लिन चिट दे दी है या फिर किसी बिंदु में दोषी पाया है ।