जोगी का मतलब मरवाही है और मरवाही का मतलब जोगी है – अमित जोगी ।
स्व पिता जोगी के समाधि में माथा टेका और समाधि की मिट्टी को माथे में लगाकर नामांकन भरने पहुँचे अमित जोगी ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 16.10.2020
रायपुर/मरवाही – जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने आज अपनी माता श्रीमती रेणु जोगी व धर्मपत्नी श्रीमती ऋचा जोगी की उपस्थिति में मरवाही विधानसभा में होने वाले उपचुनाव के लिए आज अपना नामांकन भरा। इसके पूर्व अमित जोगी ने पेंड्रा स्थित अपने स्व पिता के समाधि स्थल में जाकर माथा टेका और उनका आशीर्वाद लिया और समाधि स्थल की मिट्टी को अपने माथे में लगाकर नामांकन आवेदन भरने पहुँचे। इस दौरान अमित जोगी सपत्निक अपनी माता श्रीमती रेणु जोगी का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिए।
अमित जोगी ने कहा मैं अजीत पुत्र अमित, अर्जुन का अभिमन्यु नहीं बनने वाला हूँ चाहे विरोधी जितने जाल बिछा दे, नहीं फंसने वाला हूँ मैं हर चक्रव्यूह को तोड़ूंगा और मरवाही को जीतूँगा।
अमित जोगी ने कहा मैं तो ’प्रतीक’ मात्र हूं… चुनाव तो मरवाही की 2 लाख जनता लड़ रही है , जो स्वयं में जोगी है। सरकारी तंत्र का चाहे जितना भी दुरुपयोग कर ले शासन, चाहे जितने भी पहरे बिठाले, चाहे जितने भी सितम कर ले। मरवाही की जनता इससे डरने वाली नहीं है और हमेशा की तरह वह इस बार भी इसका जवाब ’जोगी के प्रति अपने प्रेम एवं आस्था से देगी।’
इस बात को प्रदेश सरकार भी अच्छी तरह से जान रही है इसीलिए वह अपने साथ – साथ अपनी पूरी कांग्रेस एवं अपने पूरे प्रशासन तंत्र को मरवाही के मुकाबले में झोंक दिया है। जो इस कोरोना काल में अपनी आवाजाही से शहर एवं गांव को कोविड-19 के संक्रमण के खतरे में डाल रहे हैं। लेकिन सत्ता की भूखी सरकार शायद यह भूल रही है कि मरवाही की जनता ’जोगी’ के साथ-साथ एक ’बैगा’ भी है और ’डॉक्टरों’ का ’इलाज’ करना उसे आता है ,इसे वह 3 नवंबर को अपने मतदान से साबित करेगी।
अमित जोगी ने कहा 10 नवंबर को होने वाली मतगणना में प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार एवं उनकी कांग्रेस तथा उनके प्रशासन तंत्र को भी यह पता चल जाएगा कि ’जोगी’ का मतलब ही मरवाही है और मरवाही का मतलब ही जोगी है ।