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मरवाही उपचुनाव – अब जनता कांग्रेस का भविष्य और रणनीति क्या होगी ?

जनता कांग्रेस के कद्दावर नेता धरमजीत सिंह कहां हैं ?
क्या मरवाही में फिर कभी जोगी परिवार चुनाव लड़ पाएगा ?

दबंग न्यूज लाईव
रविवार 18.10.2020

Sanjeev Shukla 7000322152

मरवाही – मरवाही उपचुनाव अब ऐसे मोड़ पर आ गया है जहां काफी कुछ स्पष्ट हो गया है । मरवाही में पिछले तीन चार माह से कांग्रेस ने जो फिल्डिंग जमाई थी उसके गेंदबाजों ने वैसी ही बाॅल डाली और जनता कांग्रेस को घेर लिया । जनता कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता , पदाधिकारियों और समर्थकों को अपने पाले में लाने के काम को कांग्रेस ने बखुबी अंजाम दिया और जनता कांग्रेस को मानसिक रूप से तोड़ने में सफलता पाई । जनता कांग्रेस के सभी दिग्गज जो मरवाही में अपना थोड़ा भी प्रभाव रखते थे वे सभी कांग्रेस में शामिल होने लगे ।

 


इस बीच जोगी परिवार के जाति का जिन्न फिर सामने आ गया और नामाकंन छंटनी के दिन छानबीन समिति ने अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त करते हुए एफआईआर करने के आदेश दे दिए । इसके पहले श्रीमति ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र निलबिंत किया जा चुका था ।


निर्वाचन अधिकारी ने अमित जोगी का डेढ़ घंटे चली बहस के बाद नामाकंन रद्द कर दिया । ये जनता कांग्रेस के लिए बड़ा झटका था । लेकिन उनकी आस अभी भी ऋचा जोगी के नामाकंन पर टिकी थी लेकिन दो घंटे बाद श्रीमती ऋचा जोगी का भी नामांकन रद्द हो गया । और जनता कांग्रेस के ऐसे दो नेता चुनाव से बाहर हो गए जिनकी जीतने की संभावना सबसे ज्यादा थी । हद तो ये हो गई कि जनता कांग्रेस ने जिन दो अन्य लोगों के फार्म पार्टी की तरफ से भरवाए थे उनका नामांकन भी रद्द कर दिया गया था ।


याने इस उपचुनाव में जहां पहले त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिलता वो अब द्विपक्षीय हो गया । भाजपा जहां पहले चुनाव में पिछे चल रही थी अचानक से सामने आ गई और अब लड़ाई कांग्रेस और भाजपा में आमने सामने की हो गई ।
इस बीच कल अमित जोगी अमरकंटक में कल्याण बाबा के आश्रम पहुंचे । यहां कुछ ना कुछ रणनीति तो जरूर बनी होगी । वैसे अभी भी यहां के चुनाव में जनता कांग्रेस उलटफेर कर सकती है । क्योंकि यहां ऐसे हजारों मतदाता और कार्यकर्ता है जिनकी निष्ठा जनता कांग्रेस और जोगी परिवार में हैं । अमित जोगी ने वैसे भी कल्याण आश्रम से निकलने के बाद कहा कि वो जनता से घर घर जाकर अब वोट नहीं न्याय मांगेगी ।


लेकिन कैसा न्याय ? और जनता कैसा न्याय करेगी ? क्या कांग्रेस को वोट नहीं देने का ? क्या मतदाता कांग्रेस को वोट नहीं देंगे तो क्या भाजपा को दे ? और यदि ऐसा होता है तो फिर यहां से भाजपा के डा.गंभीर सिंह की जीत तय मानिए । वैसे इस समय सबसे चर्चा का विषय जनता कांग्रेस के दिग्गज नेता धरमजीत सिंह को लेकर हो रही है कि आखिर वो हैं कहां ? शुरूवात में सबसे सामने रहने वाले और हर संकट से पार्टी को निकालने वाले संकट मोचक नेता आखिर ऐन समय में फ्रेम से कैसे बाहर हो गए हैं ? उनके एक निकट के समर्थक से बात करने पर पता चला कि वो क्वारंटाईन हैं और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं ।

बिलासपुर सांसद अरूण साव से हमारी इस मुद्दे पर पेण्ड्रा जाते समय बात हुई – उनका कहना था कि अब कांग्रेस और भाजपा में सीधी लड़ाई है । अभी तक कांग्रेस और जनता कांग्रेस आपस में उलझे हुए थे और हम अपना काम शांति से कर रहे थे लेकिन अब हमें भी अपनी रणनीति बदलनी होगी । वैसे कांग्रेस जितना कुछ मरवाही में कर रही है वो सब जनता के सामने हैं । जनता सब देख और समझ रही है । भाजपा अपनी खोई सीट पुनः प्राप्त कर लेगी ।

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