सिवनी कांड में नया मोड़ अब पुलिस की बढ़ी परेशानी ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 29.10.2021
मरवाही – पिछले तीन दिनों से मरवाही का सिवनी गांव में हाईवोल्टेज ड्रामा जो जारी था उसमें अब नया मोड़ आ गया । मरवाही पुलिस जिसे गिरफ्तार करने गई थी वो तो हुआ नहीं उल्टा अब उस पर गंभीर आरोप लग गए हैं ।
सिवनी के मधुकर द्विवेदी ने एक पत्र जीपीएम के एस पी को लिखा है जिसमें उन्होंने मरवाही पुलिस के द्वारा अपने और अपने परिवार के सदस्यों के साथ किए व्यहार की शिकायत की है । पत्र में कहा गया है कि 27.10.2021 को मरवाही पुलिस सुबह सात बजे उनके घर पहुंची और मेन गेट का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आई तथा घर के सभी सदस्यों के साथ मारपीट करती रही साथ ही बंदूक से फायरिंग भी की गई । इसके साथ ही मरवाही पुलिस के कुछ जवान अलमारी तोड़कर सोना चांदी ले कर भाग गए । पत्र में ये भी कहा गया है घर के कई सदस्य घायल हैं और पुलिस उन्हें बाहर नहीं निकलने दे रही है इसलिए उनका ईलाज भी नहीं हो पा रहा है । ये सभी घटना घर में लगे सीसीटीवी में कैद होने की भी बात कही गई है ।
घर के अंदर क्या क्या हुआ ये तो पुलिस , परिवार और सीसीटीवी ही जानते हैं । अब आते हैं पिछले तीन दिन सिवनी में जो हुआ उस पर । पुलिस एक शिकायत पर मधुकर द्विवेदी के उपर अपराध दर्ज करती है और उसे थाने बयान देने बुलाती है जिस पर वे थाने नहीं आते । इसके बाद मरवाही पुलिस के कुछ जवान सिवनी पहुंचते हैं और उसके बाद पुरा घटनाक्रम दो दिन चलता है । इस बीच ये भी खबर आई कि मरवाही पुलिस के कुछ जवानों को चोटें आई है लेकिन पुलिस ने इस बात को सामने नहीं लाया ना ही उन जवानों के बारे में बताया जिन्हें चोटें आई थी । यदि ऐसा था तो पुलिस को चोटिल जवानों को सामने लाया जाना चाहिए था ।
कल शाम तक अधिकतर पुलिस वहां से वापस हो चुकी थी । एसडीओपी ने जानकारी दी थी कि सभी चिजें कानूनी रूप से और बेहतर ढंग से अंजाम दिया जा रहा है । लेकिन मधुकर द्विवेदी के इस एक पत्र ने पुरे मामले में एक नया मोड़ ला दिया है । यदि वाकई में पत्र में लिखी बातें सच है तो फिर सीसीटीवी के रिकार्ड की जांच होनी चाहिए ।
मीडिया से बात करते हुए जीपीएम एसपी त्रिलोक बसंल का कहना था – उनके खिलाफ थाने में केस दर्ज किया गया है इसलिए पुलिस उन्हें लेने घर गई थी लेकिन घर वालों ने पुलिस के साथ मारपीट की इसके चलते थोड़ी परेशानी मौके पर जरूर हुई । रही ज्यादा बल की बात तो ये आरोप गलत है जो भी कार्यवाही हुई वह विधि सम्मत है ।
इससे भी जरूरी ये है कि यदि घर में कोई महिला या बच्चे घायल और चोटिल हैं तो सबसे पहले उनका ईलाज होना चाहिए । कानूनी कार्यवाही बाद में भी हो सकती है सबसे पहले घायलों का ईलाज जरूरी है जिससे कोई गंभीर समस्या और ना हो । बहरहाल सिवनी में जो कुछ हुआ उससे मरवाही पुलिस फिलहाल तो बैकफुट पर आ गई है ।