
कोटा और रतनपुर में भी घोषणा पत्र भरने के नाम पर होती है वसूली ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 24.12.2021
करगीरोड कोटा – कुछ दिन पहले मस्तुरी के जनप्रतिनिधियों ने अपने यहां के दो खाद्य अधिकारी आशीष दीवान और प्रीती चोैबे के वसुली कारनामों की शिकायत जिला कलेक्टर से करते हुए कहा था कि उनके यहां के खाद्य निरिक्षक हर माह हर सोसायटी से ग्यारह सौ रूपए की अवैध वसुली करते हैं और इसके बाद भी समय समय पर जांच और कार्यवाही के नाम पर मोटी रकम की उगाही के लिए दबाव डालते हैं ।
लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ मस्तुरी में ही ये कारनामा चल रहा हो जिले के हर विकासखंड में खाद्य निरिक्षक ऐसे ही अवैध वसुली में लगे हुए है और जम के लगे हुए है । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा के खादय निरिक्षक के कारनामें भी छोटे नहीं है जानकारी के अनुसार ये भी हर माह प्रति सोसायटी एक हजार रूपए घोषणा पत्र भरने के लिए लेते हैं और ये काम उनका एक मातहत करता है । कोटा में सत्तर और रतनपुर में तीस सोसायटी है इस हिसाब से खाद्य निरिक्षक सिर्फ सोसायटी से ही हर माह एक लाख रूपए वसुल लेते हैं ये अलग बात है कि अभी तक यहां के सोसायटी संचालकों ने मस्तुरी के समान हिम्मत नहीं दिखाई है और शिकायत करने से बचते रहते हैं ।
जानकारी ये भी है कि इसके अलावा खाद्य निरिक्षक सभी धान मंडियों में भी घुम घुम कर वसुली अभियान को परवान चढ़ा रहे हैं । लेकिन सोसायटी संचालक उनकी वसुली की शिकायत खुल कर नहीं कर पा रहे हैं कई लोगों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया है यहां भी हर माह हर सोसायटी से एक हजार रूपए वसुल किए जा रहे हैं अब काम करना है इसलिए कौन दुश्मनी मोल ले ।
बहरहाल खादय विभाग शुरू से ही अपने वसुली के लिए बदनाम रहा है फिर चाहे खादय नीरिक्षक कोई भी रहे इनका जमा जमाया काम है मतलब कदम रखते ही मलाई की थाल उनके सामने होती है । जानकारी ये भी मिली है कि इस बीच इन्होंने कोटा क्षेत्र में एक भारी भरकम प्लाट खरीद लिया है । लेकिन जिस प्रकार से अब कोटा क्षेत्र के सोसायटी संचालक भी तंग आने लगे हैं उससे वो दिन दूर नहीं जब यहां की शिकायत भी कलेक्ट्रेट तक पहुंच जाए ।