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कोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मात्र दो आक्सीजन सिलेंडर । मतलब इमरजेंसी आ जाए तो मर जाओ कोई व्यवस्था नहीं है ।

अस्पताल के अधिकारी आंकड़े तक बताने से कतराते हैं । बीएमओ ने कहा त्राहीमाम है कहीं कोई व्यवस्था नहीं ।

शहर के लोगों संभल जाओ और अपनी हिफाजत खुद करो भगवान सबकी रक्षा करना ।

अस्पताल में कोविड की दवा तक नहीं ।

 

दबंग न्यूज लाईव
मंगलवार 20.04.2021

 

करगीरोड कोटा – कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मात्र दो आक्सीजन सिलेंडर हैं । एक लेबर रूम में और एक का पता नहीं लेकिन है जरूर । याने विकासखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में आजादी के बाद से मात्र दो आक्सीजन सिलेंडर । हद्द हो गई यदि किसी को इमरजेंसी आ जाए आक्सीजन की तो मर जाओ कोटा में कोई व्यवस्था नहीं है । मुझे इतने कड़े शब्द नहीं लिखने चाहिए लेकिन मेरी जो बात यहां के बीएमओ डा संदीप द्विवेदी से हुई है उसके बाद ये लिखना पड़ रहा है ।

पिछले सालों साल से यहां कांग्रेस की सरकार है , नगर में भाजपा और कांग्रेस की सत्ता आते जाते रही है और पिछले पंद्रह बीस साल से एक डाक्टर यहां की विधायक है लेकिन कभी किसी ने यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की तरफ ध्यान नहीं दिया है और नतीजा अब सामने है कि यहां के अस्पताल में मात्र दो आक्सीजन के सिलेडर हैं लेकिन वो भी इमरजेंसी में किसी के काम नहीं आ सकते ।


यहां के कुछ नेताओं ने अब आवाज उठाई कि यहां दो सौ बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल बनाया जाए । लेकिन ये मांग भी सिर्फ राजनीति करने और अखबरों और सोशल मीडिया में फोटो छपवाने तक ही रहा । इस दो सौ बिस्तर के लिए आगे क्या कार्यवाही उनकी तरफ से हुई पता नहीं ? क्या दो सौ बेड लगाने की कोई जगह यहां के जनप्रतिनिधियों ने देख के रखी है ? दो सौ बेड के अस्थायी कोविड अस्पताल के लिए मांग तो ठीक है लेकिन फिलहाल जो है उससे कितनों को सुविधा मिल सकती है ?

क्या इसी अस्पताल में पचीस पचास आक्सीजन सिलेंडर नहीं होने चाहिए कि इमरजेंसी में किसी को जरूरत हो तो उसके काम आ सके ? क्या सभी तत्काल एम्बुलेंस बुलाकर बिलासपुर जाने में सक्षम हैं ? और बिलासपुर चले भी जांए तो किस अस्पताल में सब तो भरे पड़े हैं कहीं कोई व्यवस्था नहीं । तो क्या शहर के लोग स्वयं के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर सकते ? बहुत बाहर के लिए चंदा कर चुके अपने शहर के लिए लोगों से चंदा करके अस्थायी सुविधा नहीं की जा सकती ?

शहर में कोविड के मरीज बढ़ते जा रहे हैं हर दिन दुखद खबर सामने आ रही है । और हद ये हो गई कि अस्पताल प्रबंधन सहीं आंकडे भी समय पर नहीं बताते ।

आक्सीजन के लिए एक इमरजेंसी केस आने के बाद जब बीएमओ डा संदीप द्विवेदी से पूछा गया कि क्या अपने यहां आक्सीजन सिलेंडर है इमरजेंसी में तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि कहीं कोई व्यवस्था नहीं है । हमारे यहां सिर्फ दो आक्सीजन सिलेंडर है जिसमें से एक लेबर रूम में और दूसरा इमरजेंसी के लिए है लेकिन उसमें भी कुछ दिक्कत है ।

कोटा में आज कितने टेस्ट हुए कितने पाजिटिव आए पता नहीं क्योंकि तीन बजे से जिम्मेदारों से जानकारी चाही गई उन्होंने नहीं दी । इसलिए आप लोगों से हाथ जोड़कर अनुरोध है कि सभी तरफ से ध्यान हटाकर आप सभी अपनी हिफाजत करें और स्वस्थ रहने के उपाय करते रहें । घर से बाहर निकलने से और भीड़ भाड़ से बचें और मास्क सेैनेटाईजर का बकायदा उपयोग करें ।

कोटा में आज हुए टेस्ट में 167 टेस्ट में 68 पाजिटिव आए हैं जबकि रतनपुर में 90 में 44 और बेलगहना में 35 में से 18 पाजिटिव सामने आए हैं ।

 

sanjeev shukla

Sanjeev Shukla DABANG NEWS LIVE Editor in chief 7000322152
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