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बेजूबां पक्षियों के लिए सामने आए रतनपुर में लोग ।

आम आदमी पार्टी ने पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन ।

दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 10.03.2023

बिलासपुर – रतनपुर के खुंटाघाट में स्थित मनमोहक टापू को ग्लास हाउस और रेस्टोरेंट के निर्माण के लिए आज भूमि पूजन होना था । इस टापू पर कई पक्षियों ने अपना आवास बना रखा है सबसे महत्वपूर्ण ये है कि इस टापू पर इंसानों की आमद ना के बराबर है और यही वजह है कि ये स्थान इन पक्षियों के रहने ,प्रजनन और वंशवृद्धि के लिए अनुकुल है ।

लेकिन छत्तीसगढ़ के पर्यटन बोर्ड के अधिकारियों को पता नहीं कौन सा सपना आया जो उन्होंने इस खुबसुरत से टापू पर ग्लास हाउस और रेस्टोरेंट बनाने की योजना बना डाली और इसके लिए एक वृहद कार्यक्रम भी आयोजित कर डाला ।

जिले में यूं तो सैकड़ों की संख्या में पक्षी प्रेमी ,वाईल्ड लाईफ प्रेमी और पर्यावरण प्रेमी हैं लेकिन किसी ने भी जोरदार आवाज इसके खिलाफ बुुलंद नहीं की । दबंग न्यूज लाईव ने आज सुबह ही इस पूरी योजना के संबंध में एक खबर प्रकाशित की थी ।


रतनपुर में आज होने वाले भूमि पूजन में गृहमंत्री का आना कैंसल हो गया । लेकिन भूमि पूजन के समय आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव से मुलाकात करके उन्हें इस टापू को नुकसान ना पहुंचाने का अनुरोध किया तथा कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और भी जगह है प्रवासी पक्षियों के आवास को ना उजाड़ा जाए ।


आम आदमी के कार्यकर्ताओं ने इस पूरी योजना का विरोध करते हुए काले पोस्टर पर कई तरह के स्लोगन लिख रखे थे और टापू पर निर्माण कार्य का विरोध करते हुए अपना ज्ञापन सौंपा है ।


आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला ने कहा कि – “रतनपुर तथा कोटा में कई जगह हैं जहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य हो सकता है और रिसार्ट बनाया जा सकता है उन्हें छोड़कर इस हरे भरे टापू पर जहां प्रवासी पक्षीयों का वास है उसे उजाड़कर रिसार्ट बनाना निहायत ही अफसोसजनक है । हमने इसके विरोध में माननीय गृहमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा है तथा पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष का भी ज्ञापन दिया है और अनुरोध किया है कि इस योजना को यहीं रोक दिया जाना चाहिए तथा पर्यावरण के साथ कोई छेड़छाड़ ना किया जाए ।”

बहरहाल इस पूरे मामले में क्या होता है ये आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन इतना तय है कि यदि यूं ही पर्यावरण को अनदेखा किया गया तो आने वाले समय में इसकी ऐसी कीमत चुकानी पड़ेगी जिसकी भरपाई करना मुश्किल होगा ।

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