मंडी बोर्ड के घटिया निर्माण की खुली पोल , एक हल्की आंधी और शेड हुआ धराशायी ।
बरसात के पहले ही पीपरतराई का आधा शेड हुआ धराशाही
गुणवत्ता की अनदेखी ,, एक हल्की सी आंधी ने पलट दिया शेड ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 19.05.2023
बिलासपुर – धान मंडी के चबूतरों में मंडी विभाग ने लाखों की लागत से बारिश और धूप से धान को बचाने के लिए शेड का निर्माण कराया गया था लेकिन अभी साल भर भी नही हुए और बरसात के पहले ही एक आंधी के झोंके नें शेड निर्माण की गुणवत्ता को सामनें ला दिया है ऐसे में समझा जा सकता है कि मंडी बोर्ड ने किस प्रकार का घटिया निर्माण को अंजाम दिया है ।
पूरा मामला कोटा के पीपरतराई धान मंडी में खुले चबूतरे के उपर लगभग आठ से नौ लाख की लागत से चबूतरे का निर्माण मंडी विभाग से कराया गया है जिसके निर्माण को अभी साल भर भी नही हुए होंगे लेकिन उससे पहले ही हाल में हल्की आंधी से आधा शेड उखड गया एक तरफ झुक गया और शेड के लिए जो फाउंडेशन कालम बने थे उसमें से नट निकल गये जिससे शेड की हालत बिगड गई है जिससे पता चलता है कि अधिकारियों और ठेकेदार ने शेड के निर्माण में लापरवाही बरतते हुए इसकी गुणवत्ता पर ध्यान ही नहीं दिया ।
यदि इस पूरे मामले में टेक्निकल बिंदुओं को ध्यान से देखा जाए तो शेड निर्माण के समय जिस फाउंडेशन कालम पर शेड खडा किया गया है उसमें नट बोल्ट को ठिक से जाम नही किया गया । गाडर को प्लेट से सही वेल्डिंग नही किया गया और ना ही नट बोल्ट के उपर कोपिंग किया गया । शेड के सभी गाडर को एंगल के माध्यय से सपोटिंग नही दिया गया साथ ही हल्की क्वालिटि का पाईप उपयोग किया गया है और कमजोर वेल्डिंग कार्य किया गया है जिसके कारण बरसात के पहले ही हवा में शेड निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गई I
इस पूरे मामले में एक्जक्यूटिव इंजिनियर टोप्पो से जब बात की गई तो उनका कहना था – “शायद नट बोल्ट सहीं तरीके से जाम नहीं किए गए थे इसलिए हुआ होगा ।“
मतलब इस गंभीर मामले में भी साहब का ये जवाब इतना बताने के लिए काफी है कि विभाग के अधिकारी अपने कामों को लेकर कितने गंभीर हैं और जब अधिकारी ही गंभीर नहीं रहेंगे तो फिर ठेकेदार को क्या पड़ी है जो गंभीरता से काम करें ।