प्रधानमंत्री महतारी वंदन योजना – जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी ।
दो साल पहले मृत महिला को बना दिया हितग्राही और दिला दिया लाभ ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 18.03.2024
करगीरोड कोटा – एक बीमा कंपनी का स्लोगन जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी तो आपने बहुत सुना होगा लेकिन ऐसा ही कुछ देखने में अब प्रधानमंत्री महतारी वंदन योजना में भी देखने को मिल रहा है । प्रधानमंत्री महतारी वंदन योजना का लाभ प्रत्येक महिला को दिलाने के लिए कोटा के अधिकारी इतने उतावले और कर्मठता से काम कर रहे थे कि उन्होंने स्वर्ग सिधार चुकी एक महिला को भी इस योजना के तहत एक हजार रूपए दिलवा दिए हो सकता है अधिकारियों को पता लगा हो कि स्वर्ग में भी किसी बैंक ने अपनी शाखा खोल दी है ।
खैर अब आते हैं मुद्दे पर कोटा विकासखंड में प्रधानमंत्री महतारी वंदन योजना में कैसा झोल अधिकारी कर रह हैं ये इससे पता चला जाता है कि उन्होंने एक स्वर्ग सिधार गई महिला को भी इस योजना के तहत पात्र घोषित कर दिया गया और इतना ही नहीं उसके खाते में एक हजार रूपए ट्रांसफर भी करवा दिया ।
पूरा मामला जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत चपोरा का है । यहां रहने वाली एक महिला का निधन दो साल पहले अप्रेल 2022 में हो चुकी है लेकिन स्वर्ग सिधार गई इस महिला के बैंक खाता xxxxxx20920 पर महतारी वंदन योजना की राशि एक हजार रूपए जमा हो गई । प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला के नाम से आवेदन क्रमांक एमवीवाय 001691481 जमा हुआ आवेदन के साथ बैंक खाता ,आधार सब लगा दिया गया । और अधिकारी कर्मचारी इतने सहृदय की इस महिला को भी पात्र बनाते हुए उसे योजना का लाभार्थी बना दिया ।
इस पूरे लापरवाही वाले मामले में सबसे दोषी विभागीय कर्मचारी और अधिकारी ही है । नीचे स्तर से लेकर ब्लाक स्तरीय अधिकारी कर्मचारियों की डयूटी युद्ध स्तर पर इस काम को निपटाने के लिए लगाई गई थी । जनपद पंचायत के अधिकारी सुबह से शाम रात तक मोबाईल पर वीसी करते रहते थे । कोटवार ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ,सुपरवाईजर ,पंचायत के कर्मचारी और सभी विभाग के प्रमुख पुरी सिद्दत के साथ सूची बनाने में लगे थे । एक बार नहीं बार बार सूची का सत्यापन , दावा आपत्ति लिया जा रहा था ऐसे में इतनी बड़ी चुक कहां और कैसे हो गई ?
अभी भी यदि इस योजना की सूची का सत्यापन करवाया जाए तो कई अपात्र नाम ऐसे निकलेंगे जिन्हें पात्र बना दिया गया है ।
इस संबंध में जनपद पंचायत के सीईओ युवराज सिन्हा ने दबंग न्यूज लाईव से बात करते हुए बताया कि -” किसी ने मोबाईल से एंट्रि करवाया है इसे वेरिफाई करने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सुपरवाईजर थी मैने कल ही सीडीपीओ से कहा है जांच करने अभी फिर से वेरिफाई करवाने के बाद रिपोर्ट स्टेट को भेजेंगे ।”
बहरहाल अब सभी इस मामले में एक दुसरे पर जिम्मेदारी डालते हुए बचने का प्रयास करेंगे देखना होगा कि ऐसी एंट्रि कैसे हो गई और दावा आपत्ति या सत्यापन के समय क्यों इस पर ध्यान नहीं दिया गया ।