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रतखंडी सचिव हुआ निलंबित । सरपंच का फर्जी हस्ताक्षर निकाल लिए लाखों रूपए ।

जांच में दोषी पाए जाने पर सचिव हुआ सस्पेंड ।
जांच रिपोर्ट की फाईल को जिला पंचायत में एक बाबू ने दबा के रखा था ।

दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 28.10.2020

 

कोरबा – रतखंडी पंचायत के सचिव ने अपने सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर करते हुए चोैदहवें वित्त के मद से तीन लाख रूपए का आहरण कर लिया और अकेले ही निपटा भी लिया । शिकायत हुई तो जांच हुई और जांच में सचिव को दोषी पाया गया जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया । पूरा मामला कोरबा जिले पाली जनपद के ग्राम पंचायत रतखंडी का है ।

यहां के सचिव चंद्रिका प्रसाद तंवर द्वारा रतखंडी पंचायत के तत्कालीन सरपंच श्रीमती सरस्वती देवी के फर्जी हस्ताक्षर खुद से कर बीते 2020 पंचायत चुनाव में लागू आदर्श आचार संहिता के दौरान 14वें वित्त मद से 3 लाख की राशि का आहरण कर गबन कर दिया गया था जिसकी शिकायत तत्कालीन सरपंच द्वारा पाली सीईओ एमआर कैवर्त से किया गया था। मामले में जांच कराकर तथा वसूली योग्य प्रतिवेदन तैयार कर दो माह पहले अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु जिला पंचायत सीईओ को रिपोर्ट भेजा गया था।


किंतु जिला पंचायत कार्यालय में पदस्थ एक बाबू के द्वारा उक्त जांच रिपोर्ट को अपने टेबल के नीचे दबाकर रख दिया गया था।जिसकी खबर सोशल व प्रिंट मीडिया में चलने के बाद जिला पंचायत सदस्य गणराज सिंह ने खबर को गंभीरता से लिया और गत 23 अक्टूबर के सामान्य सभा मे उक्त मामले को प्रमुखता से रखते हुए उचित कार्यवाही किये जाने की अनुसंशा की गई।

जिसके बाद आनन- फानन में सचिव के विरुद्ध जांच की फाइल खंगाली गई और वह फाइल चर्चित बाबू के टेबल में पड़ा मिला। जहां जिला सीईओ द्वारा जांच रिपोर्ट की फाइल दबाने वाले बाबू को जमकर फटकार लगाते हुए जांच रिपोर्ट के आधार पर 14वें वित्त मद के एक लाख आठ हजार चार सौ रुपए आहरण का प्रमाणक प्रस्तुत नही कर पाने पर सचिव चंद्रिका प्रसाद के कृत्य को छग पंचायत सेवा (अनुशासन एवं अपील) नियम 1999 के विपरीत पाते हुए बीते 26 अक्टूबर 2020, आदेश क्रमांक- 1141 के तहत उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए निलंबन अवधि में जनपद पंचायत कार्यालय पाली में अटैच करने आदेश जारी किया गया।साथ ही 1 लाख 8 हजार 4 सौ रुपए की राशि वसूली के भी आदेश दिए गए।

स्टीमेट आदेश जारी होने के 6 माह पूर्व 2 लाख का कार्य कागजों में कराए जाने की भी हो राशि वसूली ।

सचिव चंद्रिका प्रसाद के विरुद्ध जांच किये गए रिपोर्ट में उपलब्ध दस्तावेज के अनुसार रतखंडी के आश्रित मोहल्ला राईकछार में पेयजल व्यवस्था के नाम पर बोर खनन, पम्प फिटिंग, सिन्टेक्स स्थापित एवं हैण्डपम्प मरम्मत, वाइंडिंग कार्य कराए जाने का 2 लाख भुगतान आईसीआईसीआई बैंक से 16 जनवरी 2020 को सचिव द्वारा किया जाना प्रदर्शित है।

जबकि उक्त कार्य का स्टीमेट आदेश पीएचई विभाग कटघोरा द्वारा 16 जुलाई 2020 को पंचायत के लिए जारी किया गया है।ग्राम पंचायत रतखंडी में सचिव चंद्रिका के हाथों विकास की रफ्तार में इतनी तेजी किया कि पेयजल व्यवस्था कार्य का स्टीमेट जारी होने के 6 महीने पहले ही 2 लाख की लागत का कार्य कागजों में पूर्ण करा लिया गया।बहरहाल शातिर सचिव चंद्रिका के विरुद्ध 14वें वित्त मद से एक लाख आठ हजार चार सौ रुपए राशि गबन मामले पर निलंबन के साथ वसूली के आदेश जारी तो किये गए है लेकिन स्टीमेट आदेश जारी होने से 6 माह पूर्व पेयजल व्यवस्था के नाम पर 2 लाख का कागजों में कराए गए कार्य की वसूली किये जाने की भी आवश्यकता है।

sanjeev shukla

Sanjeev Shukla DABANG NEWS LIVE Editor in chief 7000322152
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