दबंग न्यूज लाईव
गुरूवार 03.03.2022
Sanjeev Shukla
बिलासपुर – विश्व वन्यजीव दिवस पर वन्य एवं पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक दुखद खबर कानन से सामने आई है । यहां पिछले कई दिनों से बिमार चल रही टाईग्रेस की आखिरकार मौत हो ही गई । बाघिन की मौत भी कल दोपहर हुई लेकिन इस मामले को भी दबा दिया गया और शाम पांच बजे के लगभग कानन में ही इसका दाह संस्कार कर दिया गया । प्राप्त जानकारी के अनुसार बाघिन ने एक तारीख से ही खाना पीना छोड़ दिया था । दुख की बात ये है कि उसी दिन प्रदेश के वन मंत्री मो अकबर बिलासपुर में थे और अचानकमार टाईगर रिजर्व को फिर से टाईगर रिजर्व बनाने की बात कर रहे थे । और उन्हें कानन में हो रही घटनाओं की कोई जानकारी अधिकारियों ने नहीं दी ।
कानन में जिस बाघिन की मोैत हुई उसे अचानकमार टाईगर रिजर्व से रेस्क्यू किया गया था और बाद में पता चला कि वो बांधवगढ़ की टाईग्रेस थी जो अचानकमार आ गई थी । इस टाईग्रेस का जब रेस्क्यू किया गया तब इसकी हालत काफी खराब थी । इसके पीठ पर काफी बड़ा घाव था जिसमें किड़े तक लग गए थे और तेज बदबू आ रही थी ।
बाद में इसका रेस्क्यू करके इसे कानन पेण्डारी जू में लाया गया जहां इसका इलाज चल रहा था लेकिन धीरे धीरे ये टाईग्रेस अपनी जिंदगी की जंग हार गई । मौत के बाद हुए पोस्टर्माटम में डाक्टरों ने बाघिन की मृत्यु का कारण उम्रदराज होने के चलते मल्टीपल ऑर्गन फेल्वर बताया गया है।
जो भी हो वन्य जीव दिवस के दिन इस खबर ने सभी को दुखी कर दिया है । वन्य जीवों के संरक्षण और उनके रहवास के बारे में सरकार और अधिकारियों को गंभीरता से सोचना होगा जिससे वन और वन्य जीव दोनों बचाया जा सके ।
इस बीच कल रात साढ़े सात बजे कोटा के पास घुम रहे तेंदुवे को फिर से लालपुर की बस्ती के पास देखा गया । प्रत्यक्षदर्शियों ने इस बात की जानकारी तत्काल हमें दी कि तेंदुवा लालपुर की बस्ती की तरफ निकला है । लालपुर से लेकर कोटा घोंघा डेम तक इस तेंदुवे ने अपना एरिया बनाए रखा है और इसकी मुवमेंट लगातार इस क्षेत्र में दिखाई दे रही है ।