वाह रे स्वामी आत्मानंद स्कूल ..ऐसी ही औपचारिकता करनी है तो खेल ही नहीं करवाना चाहिए ।
एक ही दिन में करा दिए दर्जनों खेल और अब बता रहे कि सात दिन हुए खेल ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 14.10.2022
बिलासपुर – प्रदेश सरकार ने जब प्रदेश भर में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की शुरूवात की तो लगा कि शायद सरकार बच्चों के भविष्य के प्रति गंभीर होगी । और यहां शिक्षा के साथ ही खेल और अन्य गतिविधियों में बच्चों को बेहतर सुविधाएं और अपने हुनर को तराशने के बेहतरीन मौके मिलेंगे ।
शायद सरकार की मंशा भी वही हो लेकिन फिलहाल इन दो सालों में जो देखा जा रहा है वह उसके बिल्कुल उलट ही नजर आ रहा है । आज की खबर में पढ़ाई की बात नहीं करते क्योंकि यहां की पढ़ाई कैसी हो रही है सारे पालकों के साथ यहां का स्टाफ भी जानता है कि पढ़ाई वैसे ही हो रही है जैसे पहले सरकारी स्कूलों में होती थी ।
आज सेजस ने जिला स्तरीय खेलों के बाद संभाग स्तरीय खेलों के लिए अपनी टीम का चयन किया लेकिन मजे की बात ये है कि जिले में खेल हुए है एक दिन याने चार से छह घंटे और बताया गया कि सात दिन खेलों का आयोजन हुआ इससे भी ज्यादा मजे की बात कि खेलों का आयोजन सेजस के होनहार शिक्षकों ने 15 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक जिले में होना बताया जबकि अभी पंद्रह तारीख आने में 01 दिन बाकी है । ऐसे मेें विभाग अब ये जरूर बोल देगा कि डेट गलत डल गई । लेकिन इतनी भी क्या गलती कि सच्चाई सामने आ जाए ।
इस संबंध में जब सेजस के नोडल अधिकारी रामेश्वर जायसवाल से बात की गई तो उनका जवाब तैयार ही था कि जिले में एक दिन हुआ लेकिन स्कूल और ब्लाक लेबल के आयोजन बाकी दिन होते रहे । अब स्टेट से जैसा प्रोग्राम आया उसी के अनुसार आयोजन हुआ है ।
इन सब बातों से एक बात तो समझ आई कि खेल में यदि कुछ अच्छा करना है तो सेजस के बच्चों को भी स्कूल गेम में ही भाग लेने दिया इस प्रकार की औपचारिकता से बच्चों का खेलों में भविष्य खराब ना करे ।