सरकार ने कहा अब विकलांग नहीं दिव्यांग कहा जाए ,लेकिन सरकारी मातहतों की बुक में अभी भी विकलांग ही ।
सरकार की नाक कटाते सरकारी अफसर ।
दबंग न्यूज लाईव
बुधवार 01.12.2021
कृष्ण कुमार पाण्डेय
जीपीएम – जिले में आज चोरी छुपे दिव्यांग दिवस मनाया जा रहा है । अच्छी बात है मनाना ही चाहिए लेकिन सरकार ने कुछ साल पूर्व ही विकलांग शब्द की जगह इन्हें दिव्यांग करने का आदेश दिया था । लेकिन यहां शासन द्वारा दिए गए टी-शर्ट पर विकलांग लिखा हुआ है । यह पेंड्रा गौरेला मरवाही के शासन की अनदेखी ही कहा जा सकता है इस टीशर्ट पर लिखे विकलांग शब्द के लिए किसे जवाबदार ठहराया जा सकता है ज्ञात सूत्रों से पता चला है कि आज पेंड्रा में दिव्यांग दिवस मनाया जा रहा है जिसकी कोई सूचना या खबर गांव स्तर पर किसी को नहीं दिया गया है इसकी जवाबदारी भी पेंड्रा गौरेला मरवाही जिला में किसे दिया जा सकता है यह बड़ा ही आश्चर्यजनक और अज्ञानता नहीं तो और क्या है .
गांव गांव में विकलांग मितान जिसे आज दिव्यांग मितान कहा जा सकता है बनाया गया है जिन्हेंशासन द्वारा एक निर्धारित रकम मिलता है परंतु यह दिव्यांग मितान सिर्फ अपने काम में ही संलग्न लगे हुए होते हैं इन्हें ना दिव्यांगों का ध्यान रहता है और ना ही उनका कोई देखरेख होता है संघ के द्वारा आए हुए किसी भी प्रकार से वस्तु का या व्यवस्था का गांव में दिव्यांग को नहीं मिल रहा है मितान एक मोटी रकम लेकर अपने घर खर्च चलाने के लिए ही होते हैं आज देखिए पेंड्रा में जो दिव्यांग दिवस मनाया जा रहा है वाहविकलांगदिवस के रूप में मनाया जा रहा है शासन द्वारा दिया गया टी-शर्ट से पता है कि अब दिव्यांग दिवस है या विकलांग दिवस है इसी प्रकार शासन द्वारा क्षेत्र के लोगों का अनदेखी किया जा रहा है यहां पर सचिव सरपंच भी अपने मनमानी रूप से कार्य करते हैं किसका किसी प्रकार से कोई देखरेख नहीं है और ना ही किसी प्रकार से कोई व्यवस्था दिख रहा है शासन के सारे नुमाइंदे एसी रूम में बैठे हुए वहीं से एक आदेश निकाल देते हैं परंतु वह यह नहीं देखते हैं कि गांव में क्या हो रहा है ।