उचित मूल्य की दुकान के सेल्समेन ने कहा – जब मन होगा दुकान खोलूंगा ,जिससे शिकायत करनी है कर दो ।
फूड इंस्पेक्टर ने कहा मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं ।
उचित मूल्य के संचालन की जिम्मेदारी आदिवासी सेवा सहकारी समिति की लेकिन आदिवासियों को ही नहीं मिल पा रहा अनाज ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 29.04.2024
कुमार सिंह मठले
कुकदुर /पंडरिया – पंडरिया विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य गांव कुकदुर में गांव वालों को उचित मूल्य की दुकान से राशन देने की जिम्मेदारी आदिवासी सेवा सहकारी समिति को दी गई है लेकिन यहां के आदिवासियों को अपने हक का राशन लेने के लिए सेल्स मेन के रहमो करम पर रहना पड़ता है । हद तो ये हो गई कि इतनी समस्याओं के बाद भी यहां के खाद्य अधिकारी को इसकी कोई जानकारी नहीं है और उनके अनुसार क्षेत्र में सब बढ़िया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुकदुर क्षेत्र में आदिवासी सेवा सहकारी समिति के द्वारा कुकदुर ,लखनपुर ,दैहानोला तथा साजनखार के हितग्राहियों को अनाज देने की जिम्मेदारी है । सरकार के द्वारा हर माह ग्रामीणों को अनाज वितरण करना है जिसके लिए तय समिति को जिम्मेदारी दी गई है ।
लेकिन कुकदुर में सोसायटी संचालन करने वाली समिति और उसके सेल्समेन सरकार और ग्रामीणों से भी उपर हैं । यहां के हितग्राहियों को राशन कब मिलेगा इसका फैसला सोसायटी का सेल्स मेन करता है उसका जब मन आता है तब दुकान खोलता है और जिसको देना होता है उसको देता है क्योंकि यदि ग्रामीणों की मानें तो उनका कहना है कि सेल्समेन से जब इस बारे में पूछो या बोलो तो उसका कहना रहता है कि जैसा मेरा मन करूंगा वैसा करूंगा तुमको जहां शिकायत करनी है कर दो ।
अब ऐसे में सुदुर गांव के आदिवासी बिचारे कहां और किससे शिकायत करते रहेंगे इसलिए सेल्स मेन के रहमोकरम पर पड़े रहते हैं ।
इस सबंध में खाद्य निरिक्षक हिमांशु केशरवानी से जब बात की गई तो उनका कहना – मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है वैसे मैं पिछले माह ही यहां गया था । यदि ऐसा कुछ है तो मैं इसकी जानकारी ले लेता हूं ।