एटीआर की सुरक्षा के और बेहतर उपाय पर किए जा रहे हैं काम ।
डिप्टी डायरेक्टर ने दबंग न्यूज लाईव से की खास बातचीत ।
एटीआर में लगभग 644 ट्रेप कैमरों की आवश्यकता लेकिन है सिर्फ 300 ।
दबंग न्यूज लाईव
शुक्रवार 02.04.2021
Sanjeev Shukla
बिलासपुर –पिछले माह अचानकमार टाईगर रिजर्व अवैध शिकारों को लेकर काफी सूर्खियों में था । बायसन और भालू की मौत के बाद जब रंगे हाथ शिकारी चितलों के मांस के साथ पकड़ में आए तब प्रबंधन ने माना कि एटीआर में शिकार हो रहे हैं । अवैध शिकार के मामले में कार्यवाही करते हुए छह लोगों को जेल दाखिल करा दिया गया है ।
अदालत ने अपराधियों को 14 दिन की न्यायिक रिमाण्ड पर दिया है और विभाग आगे की पुछताछ में जुटा है । 14 दिन बाद कोर्ट में चालान पेश करना होगा जबकि अवैध शिकार के फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पुलिस को लिखित में आवेदन दिया है ।
एटीआर प्रबंधन समय समय पर एटीआर में वन्य प्राणियों को ट्रेक करने के लिए ट्रेैप कैमरे लगाता है । खासकर टाईगर की मुवमेंट को लेकर । एटीआर में वर्तमान में 300 ट्रेैप कैमरे हैं जबकि यहां के लिए लगभग 644 कैमरों की आवश्यकता है । विभाग समय समय पर ट्रैप कैमरों को लगाता और निकालता है ये बैटरी चेंज करने , कैमरे के डेटा को स्टोरेज करने के साथ ही उसके रखरखाव के लिए होता है । सवाल ये उठता है क्या कभी ट्रैप कैमरों में शिकारी नहीं आए ? और यदि आए तो फिर विभाग ने क्या किया ?
एटीआर के डिप्टी डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा ने दबंग न्यूज लाईव से बात करते हुए कहा कि – विभाग के पास अभी 300 कैमरे हैं जबकि हमें लगभग 644 ट्रेैप कैमरों की आवश्यकता है । इस बार हम इसके लिए भी बजट में प्रावधान करने वाले हैं । साथ ही पहले जैसे एटीआर में पूर्व सैनिकों का सुरक्षा दस्ता था उसके लिए भी प्रयास होंगे ताकि वन क्षेत्र की सुरक्षा व्यस्था चुस्त हो सके । हमारा पूरा प्रयास है कि अपराधियों पर नकेल कसी जाए और वन्य जीव सुरक्षित रहें ।
अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार उच्च स्तर पर कई निर्णय लिए जा रहे हैं । जिसमें एटीआर की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने । स्टाफ बढ़ाने के साथ ही कुछ अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्यवाही जैसे फैसले हो सकते हैं । देखना होगा आने वाले समय में एटीआर में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए और अवैध शिकार रोकने के लिए क्या और कैसे उपाय किए जाएंगे ।